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जवाब तो देना होगा: नोटबंदी से कितनी और कब तक मुसीबतें झेलेगी जनता?

सरकार कैशलेस इंडिया बनाने के लिए लुभावने ऑफर तो दे रही है लेकिन इस बात का जवाब कोई नहीं दे रहा कि फिलहाल कैश कहां से आएगा. न कतारें छोटी हो रही हैं और ना परेशानियां. नोटबंदी के फ़ायदे तो अभी दिखे नहीं लेकिन इसके बैड इफेक्ट आपको दिखाते हैं इस रिपोर्ट में.

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  • December 9, 2016 1:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : सरकार कैशलेस इंडिया बनाने के लिए लुभावने ऑफर तो दे रही है लेकिन इस बात का जवाब कोई नहीं दे रहा कि फिलहाल कैश कहां से आएगा. न कतारें छोटी हो रही हैं और ना परेशानियां. नोटबंदी के फायदे तो अभी दिखे नहीं लेकिन इसके बैड इफेक्ट आपको दिखाते हैं इस रिपोर्ट में.
 
शहर-शहर और बैंक-बैंक पैसों के लिए मारामारी जारी है. अपने ही पैसे निकालने के लिए लोगों को सुबह से शाम तक कतार में लगना पड़ रहा है. ना सिर्फ लाइन में बल्कि लोगों को अपने ही पैसे निकालने के लिए डंडे भी खाने पड़ रहे है और जान भी गवानी पड़ रही है. 
 
नोटबंदी ने अब तक 86 लोगों की जान ले ली. मध्यप्रदेश के धार और यूपी के फिराजोबाद में गुस्साए लोगों ने बैंककर्मियों को बंधक बना लिया. ऐसे ही देश के धंधों पर भी नोटबंदी का बुरा असर पड़ा है.
 
अब सवाल ये उठते हैं कि नोटबंदी से कितनी और कब तक मुसीबतें झेलेगी जनता? लोगों की जिंदगी पर कब तक भारी पड़ेगी एटीएम की लंबी लाइनें? कैशलेस इंडिया बनाने की कोशिशें नोटबंदी के पहले से क्यों नहीं शुरू की गईं? क्या विपक्ष का काम सिर्फ हंगामा करके संसद की कार्यवाही स्थगित कराना भर है? 
 
इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए देखिए इंडिया न्यूज का खास शो ‘जवाब तो देना होगा’.
पूरा शो वीडियो में देखें

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