केंद्र से टकराव की राजनीति से जिंदा रहेगी आम आदमी पार्टी ?

आज से करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली में बड़ी जीत के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी. तब लगा था इस सरकार को काम करने में कोई परेशानी नहीं आएगी. लेकिन इस दौरान केजरीवाल सरकार अक्सर ये आरोप लगाती रही कि केन्द्र उसे काम नहीं करने दे रहा है. हर काम में अड़ंगा डाल रहा है.

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केंद्र से टकराव की राजनीति से जिंदा रहेगी आम आदमी पार्टी ?

Admin

  • June 26, 2016 3:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. आज से करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली में बड़ी जीत के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी. तब लगा था इस सरकार को काम करने में कोई परेशानी नहीं आएगी. लेकिन इस दौरान केजरीवाल सरकार अक्सर ये आरोप लगाती रही कि केन्द्र उसे काम नहीं करने दे रहा है. हर काम में अड़ंगा डाल रहा है.
 
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पिछले कुछ दिनों से आरोपों की ऐसी सियासत और तेज हो गई है. जिसके बाद इस मुद्दे पर बहस जरुरी हो गई है . सवाल ये है कि क्या इस टकराव से दिल्ली की जनता का भी फायदा होगा ? 
 
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दिल्ली में जिस तरह की सियासत हो रही है उससे हर दिन केन्द्र और दिल्ली सरकार के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. इससे न तो दिल्लीवालों का भला हो रहा है और न ही दिल्ली के विकास की गाड़ी आगे बढ़ पा रही है.
 
इंडिया न्यूज के खास शो ‘जन गण मन‘ में पेश है इस अहम मुद्दे पर चर्चा.
 
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