नई दिल्ली. यूपीए-2 की मनमोहन सरकार को नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पानी पी-पीकर कोसा था. पीएम मोदी अब वो करीब एक साल से सत्ता संभाल रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वह खुद भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाब हो पा रहे हैं? लोकसभा चुनाव के नतीजों ने […]
नई दिल्ली. यूपीए-2 की मनमोहन सरकार को नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पानी पी-पीकर कोसा था. पीएम मोदी अब वो करीब एक साल से सत्ता संभाल रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वह खुद भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाब हो पा रहे हैं? लोकसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस का वजूट संकट में ला दिया था, ऐसे में राहुल गांधी किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरकर अपनी और पार्टी की खोई जमीन वापस पाने की बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन क्या राहुल की ये कोशिश हकीकत में रंग ला रही है?
धुर विरोधी लालू-नीतीश ने मुलायम के साथ जनता परिवार की छांव इसलिए मंज़ूर की ताकि मोदी को बड़ी चुनौती पेश कर पाएं, लेकिन क्या यूपी बिहार में जनता परिवार का ये कुनबा वाकई मोदी पर भारी पड़ने वाला है ? और क्या अरविंद केजरीवाल अपने व्यवहार से अपनी ही छवि पर बड़ा बट्टा लगा रहे हैं ? इन्हीं बड़े सवालों पर इंडिया न्यूज़ ने ताज़ा सर्वे किया है. इसके लिए 15 राज्यों के 68 शहरों में करीब 68 सौ लोगों से रायशुमारी की गई है.