नई दिल्ली : जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. सभी राजनीतिक दलो ने चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. आज हम आपको सोनवारी विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे है. यह बांदीपुरा जिले के तहत आती है. 2014 के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मोहम्मद अकबर लोन ने पीडीपी के उम्मीदवार यासिर रेशी को 406 वोटों के मार्जिन से हराया था. इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस मुख्य दल हैं। इस बार के सोनवारी विधानसभा सीट का परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होगा यह जनता को तय करना है.
सोनवारी विधानसभा सीट पर 1967 से लेकर 2014 तक दस बार चुनाव हुए हैं. 1967 के पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ए. ए. पारे ने चुनाव जीता था. 1972 के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने बाजी मारी थी. 1977 से लेकर 1987 तक लगातार इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का कब्जा था. 1996 में इस सीट पर जम्मू और कश्मीर आवामी लीग के मोहम्मद यूसुफ पैरी ने जीत हासिल की थी. 2002 से लेकर 2014 तक लगातार इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव जीते थे.सोनवारी सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है.
सोनवारी सीट पर 2914 के विधानसभा चुनाव में 99,490 मतदाता थे.इस सीट पर मुख्य आबादी के रूप में बहुसंख्यक कश्मीरी मुसलमान हैं. यह समान्य श्रेणी की सीट है.
जम्मू कश्मीर में 2018 से निर्वाचित सरकार नहीं है. 2018 से पहले पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सराकर राज्य में थी. महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व की सरकार से बीजेपी ने वापस समर्थन ले लिया था. इसके बाद से जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू किया गया और तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग कर दिया था. 5 अगस्त 2019 से जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को निरस्त कर दिया गया था.इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया.दस साल बाद जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहा हैं.
2014 के विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार मोहम्मद अकबर लोन ने सोनावारी सीट पर जीत दर्ज की थी. उन्हें 32,567 वोट मिले थे . उनका वोट शेयर 40.53% था.दूसरे नबंर पर पीडीपी के उम्मीदवार यासिर रेशी थे. उन्हें 32,161 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 40.02% था. वहीं तीसरे नबंर पर कांग्रेस के प्रत्याशी इम्तियाज अहमद पार्रे थे.उन्हें 12,065 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 15.01% था.
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