जम्मू-कश्मीर :बीरवाह सीट पर कभी नहीं खुला पीडीपी का खाता,इस बार जीत की उम्मीद!

नई दिल्ली:जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहा हैं.बता दें दस साल बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने जा रहा हैं.सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिए हैं.आज हम आपको बीरवाह विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं.यह बडगाम जिले के तहत आती है.2014 के विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस के नजीर अहमद खान को 914 वोटों के अंतर से हराया था.नेशनल कांफ्रेंस ,पीडीपी ,और कांग्रेस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं. इस बार बीरवाह सीट का परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होगा यह अब जनता को तय करना है.

राजनीतिक इतिहास

बीरवाह सीट 1967 में अस्तित्व में आया था. 1967 के पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ए कुद्दुस ने चुनाव जीता था. इसके बाद 1972 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने फिर बाजी मारी थी.1977 से लेकर 2014 तक इस सीट पर नेशनल कांफ्रेंस का कब्जा रहा है.बीरवाह सीट नेशनल कांफ्रेंस का गढ़ रहा है. नेशनल कांफ्रेंस के सैयद अहमद सईद बीरवाह सीट पर लगातार तीन चुनावो में जीत दर्ज की थी.बीरवाह सीट पर पीडीपी का अभी तक खाता नहीं खुला है.कुल मिलाकर कहे तो इस सीट पर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का कब्जा रहा है.

2024 के उम्मीदवार

बीरवाह सीट पर पीडीपी ने गुलाम अहमद खान को टिकट दिया है.वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने नेता शफी अहमद वानी को चुनावी मैदान में उतारा है.जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने शौकत अहमद वानी और जम्मू-कश्मीर अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शौकत हुसैन मीर को टिकट दिया है.बता दों कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में है

2014 चुनाव परिणाम

2014 के विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने जीत हासिल की थी.उन्हें 23,717 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 34.18% था. वहीं दूसरी नबंर कांग्रेस के नजीर अहमद थे.उन्हें 22,807 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 32.86% था. तीसरे नबंर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार शफी अहमद वानी थे. उन्हें 17,554 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 25.30% था.

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