स्वास्थ्य समाचार

महिला ने ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करने में बनाया रिकॉर्ड, जानें इसके क्या है नियम

नई दिल्ली: अमेरिका के टेक्सास की निवासी एलिसे ओगलेट्री ने ब्रेस्टमिल्क डोनेशन में ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें 36 साल एलिसे ने अब तक 2,645.58 लीटर ब्रेस्टमिल्क दान किया है. इसी के साथ ये किसी व्यक्ति द्वारा दान गया सबसे बड़ा रिकॉर्ड मन जा रहा है. एलिसे का उद्देश्य जरूरतमंद नवजातों की मदद करना है और वह लगातार इस मुहिम को आगे बढ़ा रही हैं। इस प्रकार उन्होंने ब्रेस्ट मिल्क डोनेशन में एक नया सेट किया है.

भारत में भी ब्रेस्टमिल्क डोनेशन के लिए नियम बनाए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दान किया गया दूध शिशु के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित और प्रभावी हो। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आइए जानते है क्या है वो नियम।

ब्रेस्टमिल्क डोनेशन के दिशा-निर्देश

1. स्वास्थ्य परीक्षण: डोनेट करने से पहले महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है, जिसमें एचआईवी, हेपेटाइटिस और अन्य संक्रामक बीमारियों की जांच शामिल होती है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि दान किया गया दूध नवजात के लिए सुरक्षित है या नहीं।

2. उम्र सीमा: दान करने वाली महिला की उम्र 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इस आयु सीमा के भीतर महिलाओं का स्वास्थ्य और दूध उत्पादन बेहतर होता है, जिससे दूध की गुणवत्ता बरकरार रहती है।

3. स्वास्थ्य की स्थिति: डोनर का शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना आवश्यक है। यदि महिला किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो, तो वह दूध दान के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती। वहीं गर्भवती महिलाएं भी इस श्रेणी में आती हैं।

4. अनियमितता: मासिक धर्म या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान महिलाओं को दूध दान से रोका जाता है। यह सावधानी इसलिए बरती जाती है, ताकि दूध में किसी भी तरह की गंदगी या संक्रमण न हो।

ब्रेस्टमिल्क दान करने की प्रक्रिया

ब्रेस्टमिल्क डोनेट करने के लिए महिलाओं को ब्रेस्टमिल्क बैंक में आवेदन करना होता है. इसके बाद जहां स्वास्थ्य और आहार संबंधी जानकारी मांगी जाती है। जानकारी के बाद महिला का हेल्थ चेकअप होता है और उन्हें साफ-सुथरी जगह पर दूध निकालने का निर्देश दिया जाता है, ताकि किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले। बता दें ब्रेस्टमिल्क डोनेशन उन नवजातों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्हें मां का दूध नहीं मिल पाता है। ऐसे में एलिसे ओगलेट्री का योगदान अन्य महिलाओं को प्रेरित कर सकता है, जिससे नवजात शिशुओं जीवन स्वस्थ बना रहें.

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Yashika Jandwani

My name is Yashika Jandwani and I'm based in New Delhi. I am highly motivated and passionate about entertainment and music. I have interviewed various artists, and each and every experience has been phenomenal. It's always a pleasure to interact with creative personalities and get to know them as a journalist. My life mantra is 'If you can dream it, you can do it'.

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