क्यों होते हैं हाथ-पैर सुन्न, जानिए इसका कारण और निवारण के उपाय

नई दिल्ली: हाथों और पैरों का सुन्न होना आमतौर पर एक अस्थायी समस्या मानी जाती है, लेकिन यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर भी संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति तब उत्पन्न होती है जब हाथों या पैरों की नसों में रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता, जिसके कारण उस हिस्से में सिहरन और सुन्नता महसूस होती है। आइए इस समस्या के प्रमुख कारणों और इसके निवारण के उपायों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।

सुन्न होने के प्रमुख कारण

1. असंतुलित रक्त प्रवाह: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहने से रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे सुन्नता महसूस होती है। अक्सर यह समस्या तब होती है जब हम पैर पर पैर रखकर बैठते हैं या लंबे समय तक कोई काम करते हैं।

2. नसों पर दबाव: कभी-कभी नसों पर अत्यधिक दबाव पड़ने से सुन्नता होती है। उदाहरण के लिए, गलत मुद्रा में सोना या लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहना नसों पर दबाव डाल सकता है, जिससे हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं।

3. विटामिन की कमी: विटामिन B12 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी से नसों में कमजोरी आ सकती है, जिसके कारण हाथों और पैरों में सुन्नता होती है। यह समस्या अक्सर उन लोगों में देखने को मिलती है जो पोषक तत्वों की कमी वाला आहार लेते हैं।

4. न्यूरोपैथी: यह एक नसों से संबंधित बीमारी है जिसमें नसों को नुकसान पहुंचता है, जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में सुन्नता महसूस होती है। मधुमेह के रोगियों में यह समस्या अधिक पाई जाती है।

निवारण के उपाय

1. सही मुद्रा चुने: बैठने या सोने की स्थिति में ध्यान दें। लंबे समय तक एक ही मुद्रा में न रहें और बीच-बीच में अपने शरीर को हिलाएं-डुलाएं। इससे रक्त प्रवाह सही रहेगा और सुन्नता से राहत मिलेगी।

2. योग और एक्सरसाइज: नियमित योग और व्यायाम से नसों और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है, जिससे सुन्नता की समस्या कम हो जाती है। विशेष रूप से स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज और वॉकिंग अत्यधिक फायदेमंद होते हैं।

3. संतुलित आहार लें: अपने आहार में विटामिन B12, मैग्नीशियम और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करें। हरी सब्जियां, फल, नट्स और बीज आपकी नसों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

4. गर्म सेक करें: जब भी हाथ-पैर सुन्न हों, तो उस हिस्से पर गर्म पानी से सेक करें। इससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और नसों को राहत मिलती है।

5. मालिश करें: सुन्न हुए हिस्सों पर हल्की मालिश करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है और नसों को आराम मिलता है। आप किसी तेल से या बिना तेल के भी मालिश कर सकते हैं।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

यदि सुन्नता बार-बार होती है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। विशेष रूप से अगर सुन्नता के साथ चक्कर, कमजोरी, या बोलने में कठिनाई हो रही हो, तो यह संकेत स्ट्रोक या न्यूरोलॉजिकल समस्या का हो सकता है।

Also Read…

NEET UG काउंसलिंग राउंड 2 के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट कल, आगे बढ़ी तारीख

कश्मीर जीता तो मोदी से ऐसी चीज मांगूंगा कि… प्रधानमंत्री को ब्लैकमेल करना चाहता है ये नेता

Tags

cause and remediesfeetHealth TipsinkhabarnumbToday News
विज्ञापन