नई दिल्ली : फेफड़ों का कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो इंसान को धीरे-धीरे परेशान करके मौत के घाट उतार देती है. यह मुख्यतौर पर धूम्रपान के वजह से होती है। इसके लक्षण भी कई प्रकार के होते है। मानव शरीर में कुछ कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. कोशिकाओं के बढ़ जाने […]
नई दिल्ली : फेफड़ों का कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो इंसान को धीरे-धीरे परेशान करके मौत के घाट उतार देती है. यह मुख्यतौर पर धूम्रपान के वजह से होती है। इसके लक्षण भी कई प्रकार के होते है।
मानव शरीर में कुछ कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. कोशिकाओं के बढ़ जाने पर ट्यूमर कहा जाता है. जब यह कोशिकाएं पूर्ण रुप से संक्रमित हो जाती हैं तो इसे कैंसर कहा जाता है. जब कैंसर की शुरुआत फेफड़ों में होती है या शरीर के अन्य अंगों से संक्रमण फेफड़ों तक पहुंच जाता है तो इसे फेफड़ों का कैंसर कहा जाता है. हमारे देश में कैंसर के कुल मामलों में से करीब 7 फीसद फेफड़ों के कैंसर से शिकार है. देश में कैंसर से होने वाली मौतों में करीब साढ़े 9 फीसद मौतें फेफड़ों के कैंसर है.
फेफड़ों का कैंसर अब दुनियाभर की तरह भारत में भी आम बात हो गया है. लंग कैंसर से मरने वालों की संख्या काफी बढ़ रही है. Globocan 2012 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सभी आयु वर्ग और महिला-पुरुषों में फेफड़ों के कैंसर के मामले लगभग 70 हजार से अधिक थे। मुंह के कैंसर के बाद 4 नंबर पर सबसे अधिक मामले फेफड़ों के कैंसर के ही थे.
आमतौर पर पर फेफड़ों के कैंसर के शुरुआती चरण में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाई देते है. लक्षण तब दिखाई देते है जब यह रोग घातक हो जाता है. फिर भी कुछ ऐसे लक्षण हैं जिन्हें आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।
1. इलाज कराने के बावजूद भी खांसी ठीक न होना
2. खांसी में खून आना
3. सांस फूलना
4. छाती में दर्द अनुभव होना
5. गला बैठना
6. अचानक बिना किसी वजह से शरीर का वजन कम होना
7. हड्डियों में दर्द रहना
8. सिरदर्द होना