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वजन घटाने और डायबिटीज की दवाओं से बढ़ सकता है अंधेपन का खतरा!

वजन घटाने और डायबिटीज की दवाओं से बढ़ सकता है अंधेपन का खतरा!

Health Tips: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसमें परहेज और दवा दोनों जरूरी होते हैं। हाल ही में, डायबिटीज की दवाओं में सेमाग्लूटाइड (Semaglutide) का उपयोग बढ़ा है, जो वजन घटाने में भी सहायक है। लेकिन, एक नई स्टडी में पाया गया है कि इन दवाओं का सेवन आपकी आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है और अंधेपन का खतरा बढ़ सकता है।

सेमाग्लूटाइड से अंधेपन का खतरा

जेएएमए ऑप्थेल्मोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वजन घटाने और डायबिटीज के इलाज के लिए दी जाने वाली दवाएं जैसे ओजेम्पिक (Ozempic) और वेगोवी (Wegovy) अंधेपन का कारण बन सकती हैं। इन दवाओं में सेमाग्लूटाइड नामक घटक होता है, जो नेत्रों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है। मैसाचुसेट्स आई एंड ईयर अस्पताल के शोधकर्ताओं ने पाया कि मोटापा और डायबिटीज के इलाज के लिए उपयोग होने वाली इन दवाओं से नेत्रों में NAION (Non-Arteritic Anterior Ischemic Optic Neuropathy) नामक आई स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है।

NAION एक दुर्लभ आंखों की बीमारी है जिसमें ऑप्टिक नर्व ब्लाइंडनेस हो सकता है। इस बीमारी में आंख में दर्द के बिना ही रोशनी कम होने लगती है और अंततः दिखना बंद हो जाता है। इसका मुख्य कारण ऑप्टिक नर्व में खून की कमी होती है, जिससे एक आंख की रोशनी छिनने का खतरा पैदा हो जाता है।

अध्ययन के निष्कर्ष

इस अध्ययन में 17 हजार से अधिक लोगों को शामिल किया गया और पाया गया कि सेमाग्लूटाइड घटक वाली दवाएं लेने वाले लोगों के खून में सेमाग्लूटाइड की मात्रा बहुत ज्यादा पाई गई, जो ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचा सकता है। इस अध्ययन में पाया गया कि सेमाग्लूटाइड लेने वाले मरीजों में NAION डेवलप होने का जोखिम अन्य दवाएं लेने वाले मरीजों की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक था।

सेमाग्लूटाइड का उपयोग

सेमाग्लूटाइड का उपयोग लंबे समय से वजन घटाने और डायबिटीज की दवाओं में हो रहा है। यह डायबिटीज 2 के इलाज के लिए विकसित किया गया था और अब कई अन्य दवाओं में भी इसका मिश्रण किया जाता है। हालांकि, इस जाँच के नतीजों को ध्यान में रखते हुए, इन दवाओं का सेवन करने वाले मरीजों को अपनी आंखों की रोशनी की नियम से जांच करानी चाहिए और डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।

डायबिटीज और वजन घटाने के लिए दी जाने वाली दवाएं, जिनमें सेमाग्लूटाइड होता है, अंधेपन का जोखिम बढ़ा सकती हैं। यह जरूरी है कि इन दवाओं का सेवन करने वाले लोग नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच कराएं और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

 

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