Vaccination For Kids नई दिल्ली, Vaccination For Kids अब भारत में बच्चो को भी टीका लगाने की शुरआत हो गयी है. बच्चो की वैक्सीनेशन के लिये जगह जगह वैक्सीनेशन सेंटर्स और कैम्प्स भी लगाए जा रहे है. ऐसे में बड़ो की तरह ही बच्चो में भी वैक्सीनेशन के बाद हलके लक्षण देखें जा सकते […]
नई दिल्ली, Vaccination For Kids अब भारत में बच्चो को भी टीका लगाने की शुरआत हो गयी है. बच्चो की वैक्सीनेशन के लिये जगह जगह वैक्सीनेशन सेंटर्स और कैम्प्स भी लगाए जा रहे है. ऐसे में बड़ो की तरह ही बच्चो में भी वैक्सीनेशन के बाद हलके लक्षण देखें जा सकते है.
3 जनवरी 2022 से देश में बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन की शुरआत हो चुकी है. अब 15 से 18 वर्ष के बच्चे भी टीका लगवा सकेंगे. टीकाकरण में पहले ही दिन 30 लाख बच्चों ने वैक्सीन लगवाई. जानकारी के अनुसार अब तक करोड़ो बच्चों को टीका लगाया जा चुका है.
अब तक वैक्सीन लगवा चुके 18 से 60 वर्ष के वर्ग में टीका लगाए जाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट्स(Side Effects) या लक्षण देखने को मिले थे. संभव है की ऐसे ही कुछ लक्षण बच्चों में भी नज़र आ सकते है. ऐसे में घबराने की ज़रुरत नहीं है. छोटे साइड इफेक्ट्स इस बात की पहचान है की वैक्सीन ने अपना काम करना शुरू कर दिया है.
जिस जगह टीका लगाया जाता है उस जगह हल्के लाल निशान पड़ सकते है. टीके वाली जगह पर हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है. सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की माने तो यह लाल निशान दर्द को कम करने में मदद करता है. यदि ऐसी समस्या महसूस हो तो उस जगह पर गरम कपड़ा रखना या सिकाई करना फायदेमंद होगा.
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centre For Disease Control and Prevention) के मुताबिक बच्चो और किशोरों में वैक्सीन लेने के बाद थोड़ी देर की बेहोशी आम है. ऐसा न हो इसलिए डॉक्टर्स टीका लगाने के बाद थोड़ी देर तक टीका लगवाने वाले को अपनी देख रेख में रखते है.
एक्सपर्ट्स की माने तो वह सभी वर्ग जिन्हे टीका लगाया गया उनमें हल्के बुखार की शिकायत देखी गयी थी. 18 से 60 वर्ष के वर्ग में डॉक्टर्स ने बुखार आने पर हलकी दवाओं का सेवन करने की सलाह दी थी. पर बच्चों में ये लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा का सेवन करें.
टीका लगवाने के बाद बच्चों में थकान और बदन दर्द जैसे लक्षण समान है. ऐसा होने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है. डॉक्टर्स की माने तो ऐसी स्थिति में तरल पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिये. साथ ही थकान महसूस होने पर आराम भी करना चाहिए.