नई दिल्ली, कोरोना, मंकीपॉक्स के खतरे के बीच अब टोमैटो फ्लू के मामले भी दश में सामने आने लगे हैं. केरल में इस फ्लू के 80 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं. वहीं, केरल के अलावा ओडिशा में भी अब टोमैटो फ्लू के केस सामने आ रहे हैं. ये एक संक्रामक बीमारी है, जो एक से दूसरे बच्चे को में फैलती है. अभी तक इसके फैलने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, हालांकि इसे किसी वायरस के चलते फैलने वाली बिमारी ही माना जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि जिन बच्चों की इम्यूनिटी कम है उन्हें टोमैटो फ्लू से सतर्क रहने की ज़रूरत है.
डॉक्टर्स के मुताबिक, इस बीमारी से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि बच्चे को अगर बुखार है तो उसे आइसोलेशन में रखें. बच्चे के खानपान का अच्छे से ध्यान रखें और नियमित अंतराल पर बच्चे को लीक्विड डाइट देते रहें.
बच्चे के शरीर पर अगर इस दौरान कोई रैशेज़ हों तो उसे बिल्कुल न छूएं और नियमित अंतराल पर बच्चे को लीक्विड डाइट देते रहे. शरीर में पानी की कमी न होने दें, साथ ही संक्रमित बच्चे को घर के अन्य बच्चों से दूर रखें. बच्चे पर गर्म पानी का स्पंज करें और डॉक्टरों के संपर्क में रहें, वहीं अगर बच्चे को बुखार है तो खुद से दवा न दें.
डॉक्टर्स बताते हैं कि टोमैटो फ्लू खतरनाक नहीं है. ये अन्य किसी फ्लू की तरह ही है, बस इसमें थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके लिए बच्चे के हाइजीन और घर में साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए, साथ ही बाहर के खाने से भी परहेज करें. अगर बच्चे को बुखार है तो तुरंत डॉक्टरों से सलाह लें और दवाई दें.
जनकपुर ने नेपाल प्रीमियर लीग 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है और पहले…
पूजा खेडकर मामले से सीख लेते हुए यूपीएससी ने अपनी सभी भर्तियों में अभ्यर्थियों का…
शावोघने ने अदालत में काफी समय तक संघर्ष किया और आज उनके 37 वर्षीय भाई…
अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ क्रूरता के मामले में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को भी पीछे छोड़…
भारत में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है। अगर आप भी इसका…
महिला ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही थी तभी अचानक उसका पैर फिसल गया।…