नई दिल्ली। डायबिटीज आजकल एक सामान्य बीमारी बन गई है। इस रोग में शरीर में शुगर का स्तर अधिक हो जाता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करता है। लेकिन जब शुगर का स्तर सामान्य या कम होता है, तो शरीर में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचानना बहुत आवश्यक है। यह बदलाव शरीर की सेहत में सुधार का संकेत होते हैं। आइए जानते हैं, जब शुगर कम होती है तो शरीर में सबसे पहले कौन से बदलाव दिखाई देते हैं।
जब शरीर में शुगर का स्तर कम होता है, तो सबसे पहले ऊर्जा के स्तर में वृद्धि होती है। उच्च शुगर के कारण अक्सर शरीर थका-थका और सुस्त महसूस करता है, लेकिन शुगर का स्तर सामान्य होने पर व्यक्ति को ऊर्जा मिलती है और वह पहले से ज्यादा सक्रिय महसूस करता है।
उच्च शुगर के कारण शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा हो जाती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। शुगर का स्तर कम होते ही, शरीर उस अतिरिक्त शर्करा को ऊर्जा के रूप में उपयोग करना शुरू कर देता है, जिससे वजन कम होने लगता है। वजन घटने की यह प्रक्रिया स्वस्थ होती है और शरीर को अधिक लचीलापन मिलता है।
जब शुगर का स्तर उच्च होता है, तो शरीर अतिरिक्त शर्करा को बाहर निकालने के लिए अधिक पेशाब करता है। लेकिन जब शुगर कम होता है, तो पेशाब की मात्रा में कमी आती है और शरीर को बार-बार बाथरूम जाने की आवश्यकता नहीं होती। यह शरीर के सामान्य कामकाजी अवस्था में होने का संकेत है।
उच्च शुगर के कारण त्वचा पर अक्सर दाने, खुजली और सूजन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। शुगर का स्तर कम होते ही त्वचा में सुधार दिखाई देता है। त्वचा नर्म और ग्लोइंग हो जाती है, और संक्रमण या जलन जैसी समस्याओं में भी कमी आती है।
उच्च रक्त शर्करा के कारण आंखों में धुंधलापन आ सकता है, लेकिन जब शुगर का स्तर सामान्य होता है, तो दृष्टि में सुधार होता है। व्यक्ति की आंखों की स्थिति बेहतर होती है, और दृष्टि साफ होती है।
मधुमेह की स्थिति में मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। जब शुगर का स्तर कम होता है, तो व्यक्ति मानसिक रूप से ज्यादा शांत और स्थिर महसूस करता है। विचारों में स्पष्टता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।