नई दिल्ली। पेट का कैंसर की बीमारी तब होती है जब पेट की परत के अंदर कैंसर की कोशिकाएं बढ़ने लगती है. इसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है. अधिकतर लोगों को इसकी समय पर पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि शुरूआत में आमतौर पर इसके लक्षण नही दिखते है. अधिकांश लोगों को […]
नई दिल्ली। पेट का कैंसर की बीमारी तब होती है जब पेट की परत के अंदर कैंसर की कोशिकाएं बढ़ने लगती है. इसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है. अधिकतर लोगों को इसकी समय पर पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि शुरूआत में आमतौर पर इसके लक्षण नही दिखते है. अधिकांश लोगों को इसकी पहचान गंभीर लक्षण होने पर या लास्ट स्टेज में होती है. इस पेट के कैंसर को बढ़ने में आमतौर पर काफी सालों लग जाते है. शुरू में इसके लक्षण बिल्कुल नज़र नही आते है. ऐसे में जब धीरे धीरे लक्षण दिखने लगते है तो इसकी पहचान कर इलाज जरुर कराएं.
• ऐसे मरीज़ों को शुरुआती अवस्था में उल्टी और मतली जैसा अनुभव हो सकता है. लगातार ऐसी समस्या होने पर डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे.
• लंबे समय तक पेट में ब्लोटिंग की समस्या रहना भी पेट के कैंसर का लक्षण हो सकता है.
• पेट के कैंसर के कारण सीने में दर्द और जलन की समस्या हो सकती है.
• कम खाने के बाद भी पेट का भरा रहना भी इसका लक्षण है.
• अगर पेट में कैंसर या इन्फ़ेक्शन की परेशानी हो तो मरीज़ को बुखार जैसा महसूस हो सकता है.
• पेट के कैंसर वाले मरीज़ों को पेट दर्द की दिक्कत भी रह सकती है.
• पेट में कैंसर का कारण मल से खून आना भी हो सकता है ऐसे में जल्द डॉक्टर से संपर्क करे.
• लम्बे समय तक डायरिया और कब्ज की परेशानी भी पेट में कैंसर का कारण हो सकती है.
• पेट के कैंसर के मरीज़ों के रेड ब्लड सेल्स काफ़ी कम होने लगते है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, इन खबर इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूप लें।
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