State Health Index: नई दिल्ली, State Health Index: पढ़ाई में तो दक्षिण राज्य पहले पायदान पर रहते ही हैं, लेकिन अब स्वास्थ्य सेवाएं देने के मामले में भी दक्षिण राज्यों ने बाजी मार ली है. इस कड़ी में स्वास्थ्य सेवाएं देने में जहाँ केरल नंबर वन पर है तो वहीं उत्तर प्रदेश आखिरी पायदान पर […]
नई दिल्ली, State Health Index: पढ़ाई में तो दक्षिण राज्य पहले पायदान पर रहते ही हैं, लेकिन अब स्वास्थ्य सेवाएं देने के मामले में भी दक्षिण राज्यों ने बाजी मार ली है. इस कड़ी में स्वास्थ्य सेवाएं देने में जहाँ केरल नंबर वन पर है तो वहीं उत्तर प्रदेश आखिरी पायदान पर है.
किसी भी देश का उज्ज्वल भविष्य देश के नागरिकों के शैक्षिक एवं स्वस्थ्य स्तर से निर्धारति होता है. पढ़ाई-लिखाई के बाद अब स्वास्थ्य सेवाएं देने में भी दक्षिण राज्यों ने बाज़ी मार ली है, दक्षिण राज्यों में स्वास्थ्य सेवाएं काफी अच्छी हैं. नीति आयोग ने आज यानी सोमवार को हेल्थ इंडेक्स सूची जारी की, जिसमें केरल ने स्वास्थ्य सेवाओं की उच्च गुणवत्ता के चलते बजी मारी है और वह पायदान पर है. नीति आयोग द्वारा जारी हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक़ स्वास्थ्य सेवाएं देने में जहाँ केरल और तमिलनाडु पहले और दुसरे पायदान पर है.
तो वहीं, बिहार और उत्तर प्रदेश बेहद नीचे आखिरी पायदान पर है. हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक बिहार 18वें नंबर पर हैं, तो उत्तर प्रदेश 19वें नंबर पर है. मध्य प्रदेश में भी स्वास्थ्य सेवाओं की हालत उतनी अच्छी नहीं है.
स्वास्थ्य मामलों में देश के छोटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो नीति आयोग द्वारा जारी हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक छोटे राज्यों में स्वास्थ्य सेवाएं देने में मिजोरम पहले पायदान पर है जबकि त्रिपुरा दुसरे नंबर पर है तो वहीं नागालैंड तीसरी नंबर पर है.
केंद्र साशित प्रदेशों में दादरा नागर हवेली पहले पायदान पर है, चंडीगढ़ दुसरे पायदान पर है. इस कड़ी में राजधानी दिल्ली पांचवें पायदान पर है.