नई दिल्ली। आज का समय स्टाइल का है. हर कोई स्टाइलिश दिखने के लिए नुकसान उठाने को भी तैयार है. इसी तरह की एक स्टाइल का चलन आजकल बेहद ट्रेंडिंग है. जूते बिना सॉक्स के पहनना एक नया चलन बन चुका है. सॉक्स के बिना शूज़ पहनने से लोगों को लगता है की वे […]
नई दिल्ली। आज का समय स्टाइल का है. हर कोई स्टाइलिश दिखने के लिए नुकसान उठाने को भी तैयार है. इसी तरह की एक स्टाइल का चलन आजकल बेहद ट्रेंडिंग है. जूते बिना सॉक्स के पहनना एक नया चलन बन चुका है. सॉक्स के बिना शूज़ पहनने से लोगों को लगता है की वे काफी स्टाइलिश लग रहे है. लेकिन कई रीसर्चेस में सामने आया है कि बिना सॉक्स के जूते पहनना आपके लिए परेशानी बन सकता है.
स्टडीज में पाया गया है कि एक व्यक्ति के पैरों से दिनभर में 300 मिलीमीटर पसीना निकलता है. अब आप यह बताएं कि इतना पसीना निकलेगा तो वह सूखेगा कैसे? जब सॉक्स नही पहनते है तो पांव में नमी बढ़ जाती है. नमी बढ़ने की वजह से बैक्टीरिया पनपते है जिससे एथलीट फुट जैसी दिक्कत हो सकती है.
कुछ खास प्रकार के लेदर और सिंथेटिक लेदर के जूते होते है जिनसे हवा पार नही होती है इसलिए जूतों में धूल, पसीना और गंदगी जम जाती है और पैरों में इन्फ़ेक्शन हो जाता है. इससे छालों की परेशानी भी हो सकती है. अगर इस तरह के जूते आप पहन रहे है तो इन बातों का जरुर ध्यान रखें.
एक स्वस्थ शरीर के लिए आपकी बॉडी का सर्कुलेशन सही रहे ये बेहद जरूरी है. सॉक्स को सही तरीके से ना पहनने से पैरों की नसें दब जाती है जिससे बॉडी के सर्कुलेशन पर असर पड़ता है. इसलिए आप ज्यादा टाइट या काफी देर तक सॉक्स न पहनें यह जरूरी है.
स्टाइल के नाम पर छोटे शूज़ पहनने से आपको बहुत दिक्कत हो सकती है. इसलिए जरूरी है आप छोटे जूते न पहनकर, सही जूतों को पहने जिससे आपके पैरों को मौजे के साथ बिल्कुल कंफर्टेबल लगे.