आजकल ज्यादातर लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है, जिसके लिए वे सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं। लेकिन कभी-कभी इन सप्लीमेंट्स
Health Tips: आजकल ज्यादातर लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है, जिसके लिए वे सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं। लेकिन कभी-कभी इन सप्लीमेंट्स का अत्यधिक सेवन करने से शरीर में विटामिन डी की मात्रा ज्यादा हो जाती है, जो कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं कि ज्यादा विटामिन डी से कौन-कौन सी दिक्कतें हो सकती हैं और इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए।
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसकी नॉर्मल रेंज 20 से 40 नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर (ng/mL) होती है। इस रेंज में विटामिन डी का स्तर होने पर हमारा शरीर सही तरीके से काम करता है।
– हड्डियों में दर्द और कमजोरी: ज्यादा विटामिन डी से हड्डियों में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है, जिससे चलने-फिरने में दिक्कत हो सकती है और जल्दी थकान हो सकती है।
– किडनी की समस्या: शरीर में विटामिन डी की अधिकता से किडनी में पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है और किडनी की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है।
– भूख कम होना और वजन घटना: ज्यादा विटामिन डी से भूख कम हो सकती है और वजन तेजी से घट सकता है, जिससे शरीर में कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है।
– पेट की समस्याएं: ज्यादा विटामिन डी लेने से पेट में दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
– हृदय की समस्या: विटामिन डी की अधिकता से हृदय की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
– विटामिन डी सप्लीमेंट लेना बंद करें: अगर आपका विटामिन डी स्तर ज्यादा हो गया है, तो तुरंत सप्लीमेंट लेना बंद कर दें। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई सप्लीमेंट न लें।
– विटामिन डी वाले फूड्स कम करें: विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें, जैसे मछली, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध और अनाज।
– धूप में समय बिताना कम करें: अगर आपका विटामिन डी स्तर ज्यादा हो गया है, तो धूप में समय बिताना कम करें। सुबह और शाम के समय धूप में बैठने से बचें।
– हाइड्रेशन बढ़ाएं: शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाने से विटामिन डी का स्तर कम करने में मदद मिल सकती है। दिनभर में ज्यादा पानी पीएं और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं।
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