मुंबई. देश में कोरोना मामलों में उतार-चढ़ाव लगातार जारी है, हालांकि कोरोना के संक्रमित मरीज़ अब बड़ी तेज़ी से कम हो रहे हैं. ऐसे बीते दिनों दक्षिण अफ्रीका से सामने आए कोरोना के नए संक्रमण ओमिक्रोन ने अपनी दहशत दिखाना शुरू कर दिया है. दक्षिणी अफ्रीका के कीच नागरिक जब भारत लौट तो वे कोरोना […]
मुंबई. देश में कोरोना मामलों में उतार-चढ़ाव लगातार जारी है, हालांकि कोरोना के संक्रमित मरीज़ अब बड़ी तेज़ी से कम हो रहे हैं. ऐसे बीते दिनों दक्षिण अफ्रीका से सामने आए कोरोना के नए संक्रमण ओमिक्रोन ने अपनी दहशत दिखाना शुरू कर दिया है. दक्षिणी अफ्रीका के कीच नागरिक जब भारत लौट तो वे कोरोना संक्रमित पाए गए. हालांकि दोनों ही मरीजों में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन नए वायरस ने देश को एक बार फिर डरा दिया है. वैश्विक स्तर पर कोरोना के नए वैरिएंट के चलते दहशत का माहौल बना हुआ है, ओमिक्रॉम का डर भारत में भी देखने को मिल रहा है. जिसके चलते सरकार अपने लिए गए फैसलों ( Mumbai Schools Closed ) पर विचार करने के लिए मजबूर हो गई है.
Mumbai | Schools for classes 1-7 will now reopen from December 15, instead of December 1, in view of the emergence of #Omicron variant of COVID19 in the world: Brihanmumbai Municipal Corporation
— ANI (@ANI) November 30, 2021
बीते दिनों बृहन्मुंबई नगर निगम ने जानकारी दी थी कि 1 दिसंबर से राज्य में कक्षा 1 से सातवीं तक के छात्रों स्कूलों को खोला जाएगा, लेकिन अब ओमिक्रॉम के बढ़ते कहर को देखते हुए स्कूलों को खोलने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. बृहन्मुम्बई नगर निगम ने अपने स्कूल खोलने के फैसले की समीक्षा कर इस बात पर पहुंची कि अब 1 दिसंबर की बजाय 15 दिसंबर से स्कूलों को खोला जाएगा.
वैश्विक स्तर पर ओमिक्रॉम का खतरा मंडरा रहा है, बता दें बीते दिनों दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर लगभग 1000 लोग मुंबई आए थे, जिसमें से अब तक सिर्फ 100 की ही जांच की गई है. साथ ही, बीएमसी के पास अभी महज 466 लोगों की ही सूची है, जबकि 534 लोगों की लिस्ट अब तक नहीं मिली है. बता दें कि ओमिक्रॉम के मामले सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाए गए थे, और इसके खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन ( WHO ) ने इसे ‘वैक्सीन ऑफ़ कंसर्न’ घोषित किया.