नई दिल्ली: प्री डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से थोड़ा अधिक हो जाता है, लेकिन यह स्तर इतना नहीं होता कि इसे डायबिटीज कहा जाए। यदि इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह टाइप 2 डायबिटीज में बदल सकता है। हालांकि, अच्छी बात यह है […]
नई दिल्ली: प्री डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से थोड़ा अधिक हो जाता है, लेकिन यह स्तर इतना नहीं होता कि इसे डायबिटीज कहा जाए। यदि इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह टाइप 2 डायबिटीज में बदल सकता है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि सही खानपान, नियमित व्यायाम, और जीवनशैली में बदलाव से प्री डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है और इसे आगे बढ़ने से रोका जा सकता है।
प्री डायबिटीज के लक्षण अक्सर बहुत हल्के होते हैं, जिससे लोग इन्हें पहचान नहीं पाते। लेकिन कुछ लक्षण ऐसे हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। जैसे कि, थकान महसूस होना। यदि आप बिना किसी कारण के लगातार थकान महसूस कर रहे हैं, तो यह प्री डायबिटीज का संकेत हो सकता है। इसी तरह, बार-बार प्यास लगना और पानी पीने के बाद भी राहत न मिलना भी एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा, सामान्य से अधिक बार पेशाब जाना और अचानक वजन का बढ़ना या घटना भी प्री डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं। त्वचा पर गहरे रंग के धब्बे, खासतौर पर गर्दन, बगल या अन्य हिस्सों पर, भी डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
प्री डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए खानपान में बदलाव करना जरूरी है। अपने आहार में हरी सब्जियां, फल और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें और चीनी व तले-भुने खाने से बचें। नियमित रूप से 30 मिनट व्यायाम करें, जैसे कि पैदल चलना, योग या हल्की दौड़। अगर आपका वजन अधिक है, तो इसे कम करने की कोशिश करें, क्योंकि वजन घटाने से प्री डायबिटीज को डायबिटीज में बदलने से रोका जा सकता है। पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करें, क्योंकि ये भी ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आपको प्री डायबिटीज के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और आवश्यक कदम उठाएं ताकि इसे नियंत्रित किया जा सके। सही देखभाल और समय पर कदम उठाकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
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