बारिश के मौसम में मच्छर से जुड़ी बीमारियां तेजी से फैलने लगती हैं, जिनमें डेंगू एक प्रमुख है। डेंगू की वजह से हर साल हजारों लोगों
नई दिल्ली: बारिश के मौसम में मच्छर से जुड़ी बीमारियां तेजी से फैलने लगती हैं, जिनमें डेंगू एक प्रमुख है। डेंगू की वजह से हर साल हजारों लोगों की जान जाती है। इस लेख में जानें कि डेंगू का कारण कौन सा मच्छर है, कितनी ऊंचाई तक उड़ सकता है और किस जगह पर सबसे ज्यादा खतरा होता है।
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। इस मच्छर के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं और यह मच्छर रात के बजाय दिन में सक्रिय होती है। इसलिए दिन के समय मच्छरों से बचाव करना अधिक महत्वपूर्ण है। यह मच्छर गंदे पानी के साथ-साथ साफ पानी में भी पनप सकती है। अगर किसी जगह पर पानी 3-4 दिन तक जमा रहता है, तो मच्छर उसमें भी पनप सकती है।
एडीज इजिप्टी मच्छर की उम्र लगभग एक महीना होती है और यह 3 फीट से ज्यादा ऊंचाई तक उड़ नहीं सकती। इस वजह से यह मच्छर ज्यादातर शरीर के निचले हिस्से, जैसे पैर और टांगों पर काटती है। मादा मच्छर कूलर, गमले, फ्लावर पॉट, छत पर पड़े पुराने बर्तनों और टायर में भरे पानी में भी अंडे देती है। अंडों से लार्वा बनने में 2-7 दिन लगते हैं।
डेंगू उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु वाले क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है, विशेष रूप से शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। डेंगू के लक्षण कभी-कभी हल्के होते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में यह जानलेवा भी हो सकता है।
1. जल जमाव की सफाई: घर और आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमले और अन्य जलाशयों को नियमित रूप से साफ करें।
2. मच्छरदानी का उपयोग: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, विशेष रूप से दिन के समय।
3. मच्छर प्रतिरोधक दवाओं का प्रयोग: त्वचा पर मच्छर प्रतिरोधक क्रीम लगाएं।
इन उपायों को अपनाकर डेंगू के खतरे से बचा जा सकता है और बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है।
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