नई दिल्ली। मधुमेह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है। जिसमें व्यक्ति को खान पान में कई तरह की रोक- टोक को झेलना पड़ता है. मधुमेह रोगी को लो ग्लाइसिमेक इंडेक्स फ़ूड का सेवन करना चाहिए. मीठे खाने से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए बहुत सी नई चीजें […]
नई दिल्ली। मधुमेह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है। जिसमें व्यक्ति को खान पान में कई तरह की रोक- टोक को झेलना पड़ता है. मधुमेह रोगी को लो ग्लाइसिमेक इंडेक्स फ़ूड का सेवन करना चाहिए. मीठे खाने से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए.
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए बहुत सी नई चीजें अपनाते हैं जिसमें शुगर लेवल कम होता है. गुड़ हाँ शहद शुगर सब्सिट्यूट माने जाते हैं लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए कौन ज्यादा लाभकारी है, इस पर गौर करना जरुरी है.
गुड़ का इस्तेमाल कई ट्रेडिशनल भारतीय मिठाइयों को बनाने में किया जाता है. डायबीटिज पेशंट भी सफेद चीनी की तुलना में गुड़ का ज्यादा सेवन करते है. गुड़ पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी1, बी6 और सी प्लस से भरपूर होता है. इसके साथ ही इसकी भी एक पर्याप्त मात्रा होती है. गुड़ आपके पाचन तंत्र को साफ करने में हेल्प करता है. इसमें कई फेनोलिक एसिड भी होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ते है और बॉडी को बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं.
आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में लाभदायक हो सकता है. शहद एंटीऑक्सीडेंट का भी एक अच्छा स्त्रोत है, जो बॉडी में एंटी- इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज मधुमेह की समस्याओं को कम करने में काफी सहायता कर सकता है.
शहद और गुड़ ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाते हैं लेकिन शहद का सेवन करना अच्छा है क्योंकि इनमे पोषक तत्व होते हैं. गुड़ मैग्नीशियम, आयरन और कॉपर से भरपूर होता है जबकि शहद विटामिन बी, विटामिन सी और पोटैशियम से भरपूर होता है, जो गुड़ से काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. मधुमेह रोगियों के लिए शहद का सेवन करना गुड़ से ज्यादा बेहतर है.