स्वास्थ्य समाचार

World Hepatitis Day 2022: इन पांच गलतियों से होता है हेपेटाइटिस-B! जानते हुए भी करते हैं लोग

नई दिल्ली : आज World Hepatitis Day है ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि ये बीमारी है क्या और ये किन चीज़ों से फैलती है. बता दें, हेपेटाइटिस (Hepatitis) का अर्थ लीवर की सूजन से है. हमारे शरीर में लीवर एक महत्वपूर्ण अंग है जो पोषक तत्वों को संसाधित करने का काम करता है, साथ ही रक्त को फिल्टर करता है और संक्रमण से भी लड़ता है।

जब लीवर में सूजन या किसी तरह का नुकसान होता है, तो उसका कामकाज प्रभावित हो जाता है. ऐसा अत्यधिक शराब का सेवन, विषाक्त पदार्थ, कुछ दवाओं की वजह से हो सकता है. जो हेपेटाइटिस का कारण बन सकती हैं. हालांकि, हेपेटाइटिस का एक और कारण भी होता है जो एक वायरस है. आज हम आपको ऐसी पांच गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके आम जीवन से जुड़ी हैं और इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण हैं.

माँ से शिशु में

इस बीमारी के फैलने की सबसे अधिक संभावना माँ से शिशु में होती है और यह सर्वाधिक आम भी है. गर्भावस्था में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी में बदलने की संभावना होती है. गर्भवती महिलाएं पेरिनेटल ट्रांसमिशन का सबसे बड़ा जोखिम कारक हैं क्‍योंकि उनके शरीर में एचबीवी डीएनए का स्तर ज़्यादा रहता है. एचबीवी गर्भनाल के ऊतकों तथा वास्‍क्‍युलर एंडोथीलियम को भी संक्रमित करता है.

सेक्सुअल संबंध

यौन गतिविधियों के कारण भी हेपेटाइटिस बी का संक्रमण होता है. ऐसे में जिन वयस्‍कों ने वैक्‍सीनेशन नहीं करवाया और वह कुछ समय बाद एकाधिक सैक्‍स पार्टनर्स के साथ संबंध बना चुके होते हैं उनमें कुछ क्रोनिक हेपेटाइटिस बी रोगी हो सकते हैं, जिनसे संक्रमण का जोखिम होता है.

दूषित सूइयां

आमतौर पर यह वायरस रोगी के खून से ही फैलते हैं. जब भी स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति रोगी के दूषित रक्‍त से संक्रमित इंजेक्‍शन की सुई बिना टेस्ट किये लेता है तो इसकी संभावना बढ़ जाती है कि उसे दूसरे रोगी का संक्रमण लग जाए.

 

खून चढ़ाना

एचबीवी का संक्रमण ब्‍लड ट्रांसफ्यूज़न से भी होता है, हालांकि इस प्रकार के ट्रांसमिशन की संभावना बहुत ही कम पाई गई है. एचबीवी ट्रांसमिशन आमतौर पर खून लेने वाले व्‍यक्ति के इम्‍यून स्‍टेटस और ब्‍लड प्रोडक्‍ट्स में मौजूद एचबीवी डीएनए के जरिए फ़ैल सकता है.

नशाखोरी

जो लोग नशे के आदी होते हैं और इसके लिए सुइयों का इस्तेमाल करते हैं उनमें भी हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) तथा हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) संक्रमण प्रवेश करने का अधिक जोखिम होता है. ऐसा दूषित सुइयों तथा नशीले पदार्थों के लिए उपयोग में लाए जाने वाले उपकरणों की वजह से हो सकता है।

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Riya Kumari

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