दुनियाभर में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और भारत भी इससे अछूता नहीं है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इस जानलेवा बीमारी का शिकार हो
नई दिल्ली: दुनियाभर में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और भारत भी इससे अछूता नहीं है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इस जानलेवा बीमारी का शिकार हो रहे हैं। कैंसर तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। इसके पीछे कई कारण होते हैं, जिसमें खराब जीवनशैली सबसे प्रमुख है।
हाल ही में एक नई स्टडी में पाया गया है कि Gen Z और मिलेनियल्स को 17 तरह के कैंसर का ज्यादा खतरा होता है। आइए जानते हैं कि आखिर Gen Z और मिलेनियल्स कौन हैं और उन्हें किन-किन कैंसर का खतरा ज्यादा है।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की रिसर्च के मुताबिक, 34 तरह के कैंसर में से 17 कैंसर के मामले युवाओं में तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें पुरुषों में एनल, कोलन और रेक्टल, यूटेरिन कॉर्पस, गॉल ब्लेडर, किडनी, पैनक्रियाज, मायलोमा, और ल्यूकेमिया जैसे कैंसर शामिल हैं। वहीं, महिलाओं में गैस्ट्रिक कार्डिया, छोटी आंत, ब्रेस्ट, ओवरी, लिवर, और ओरल कैंसर का खतरा ज्यादा है।
इस स्टडी के मुताबिक, 1990 के दशक की शुरुआत में जन्मे लोग, जिन्हें Gen Z कहा जाता है, उनमें छोटी आंत, किडनी, और पैनक्रियाज के कैंसर के मामले 2 से 3 गुना अधिक हैं। वहीं, 1950 के दशक में जन्मीं महिलाओं की तुलना में मिलेनियल्स में लिवर, ओरल और गले के कैंसर का खतरा ज्यादा है।
1. खराब जीवनशैली: अनियमित दिनचर्या, खान-पान की गलत आदतें।
2. प्रोसेस्ड फूड्स: बाहर का जंक फूड खाना।
3. स्क्रीन टाइम: दिनभर मोबाइल या लैपटॉप का ज्यादा उपयोग।
4. नींद की कमी: पर्याप्त नींद न लेना।
5. मोटापा: वजन का बढ़ना भी कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर से बचने के लिए समय पर जांच और स्क्रीनिंग जरूरी है। अगर कैंसर का पता शुरुआती चरण में लग जाए, तो इसका इलाज संभव है। कई प्रकार के कैंसर ऐसे हैं, जिन्हें समय रहते रोकना आसान होता है। कैंसर से बचने के लिए जागरूकता भी बेहद जरूरी है, खासकर युवाओं को अपनी जीवनशैली सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। सतर्क रहें, समय पर जांच कराएं, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
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