फूड पॉइजनिंग और वॉटर पॉइजनिंग: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

फूड पॉइजनिंग का मतलब है गंदा या दूषित खाना खाने से होने वाली बीमारी। जब हम गंदा खाना खाते हैं, तो बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते

Advertisement
फूड पॉइजनिंग और वॉटर पॉइजनिंग: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Anjali Singh

  • July 23, 2024 4:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: फूड पॉइजनिंग का मतलब है गंदा या दूषित खाना खाने से होने वाली बीमारी। जब हम गंदा खाना खाते हैं, तो बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और काफी परेशानी पैदा कर सकते हैं। कुछ मामलों में लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों में इसके गंभीर रिएक्शन भी हो सकते हैं।

फूड पॉइजनिंग के कारण

फूड पॉइजनिंग कई कारणों से हो सकती है, जैसे:
– अधपका मांस
– कच्ची सब्जियां
– गंदे तरीके से पकाया हुआ खाना

जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उन्हें इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए कि जो खाना वे खा रहे हैं, वह पका हुआ, साफ और अच्छा हो। वरना वे गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं।

फूड पॉइजनिंग के लक्षण

– उल्टी
– दस्त
– पेट दर्द
– बुखार

फूड पॉइजनिंग से बचाव

– साफ और पका हुआ खाना खाएं
– ताजे फलों और सब्जियों का सेवन करें
– हाथ धोकर खाना खाएं

वॉटर पॉइजनिंग: क्या है और इसके प्रभाव

वॉटर पॉइजनिंग क्या है?

वॉटर पॉइजनिंग, जिसे हाइपोनाट्रेमिया भी कहते हैं, एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें खून में सोडियम की मात्रा बहुत कम हो जाती है। ऐसा तब होता है जब शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी हो जाता है और सोडियम उसमें मिक्स हो जाता है। इसके कारण दिमाग के सेल्स में सूजन आ जाती है, जिसे सेरिब्रल ओएडेमा कहते हैं।

वॉटर पॉइजनिंग के प्रभाव

– ब्रेन ठीक से काम नहीं करता
– खून में पानी की मात्रा ज्यादा हो जाती है
– सोडियम का स्तर कम हो जाता है
– व्यक्ति कोमा में जा सकता है
– शरीर और दिमाग की कोशिकाओं में सूजन हो सकती है

वॉटर पॉइजनिंग से बचाव

– जरूरत से ज्यादा पानी न पिएं
– नियमित रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें
– संतुलित मात्रा में पानी पिएं

इस तरह, फूड और वॉटर पॉइजनिंग से बचने के लिए साफ-सुथरा खाना खाएं और संतुलित मात्रा में पानी पिएं। इससे आप इन समस्याओं से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

 

ये भी पढ़ें: टाइफाइड से बचना क्यों है जरूरी, जानें कारण, उपचार व बचाव

Advertisement