नई दिल्ली: जुकाम और सर्दी में गले में दर्द(Dysphagia) होना तो आम बात है। लेकिन कभी- कभी यह दर्द कुछ समय तक रहता है और फिर गर्म पानी से गार्गल करने के बाद ठीक हो जाता है। हालांकि अगर आपके गले में काफी समय तक दर्द है और आपको पानी पीने में, थूक निगलने में […]
नई दिल्ली: जुकाम और सर्दी में गले में दर्द(Dysphagia) होना तो आम बात है। लेकिन कभी- कभी यह दर्द कुछ समय तक रहता है और फिर गर्म पानी से गार्गल करने के बाद ठीक हो जाता है। हालांकि अगर आपके गले में काफी समय तक दर्द है और आपको पानी पीने में, थूक निगलने में तकलीफ हो रही है तो आप डिस्फेगिया जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
डिस्फेगिया, निगलने में कठिनाई के लिए चिकित्सा शब्द है। डिस्फेजिया से पीड़ित कुछ लोगों को कुछ खाद्य पदार्थ या तरल पदार्थ निगलने में समस्या होती है, जबकि अन्य बिल्कुल भी निगल नहीं पाते हैं।
बता दें कि यह बीमारी किसी को भी हो सकती है, लेकिन बुजुर्गो में आम बात है क्योंकि वे स्ट्रोक और पार्किंसंस रोग जैसे तंत्रिका तंत्र के विकारों से ग्रस्त हैं।
डिस्फेगिया(Dysphagia) का उपचार भिन्न होता है।
खाने को अच्छी तरह से चबाने, छोटे-छोटे भोजन करने और नरम बनावट वाले खाद्य पदार्थों को आजमाने से निगलने में आसानी हो सकती है। कैफीन, शराब, निकोटीन और निगलने में कठिन खाद्य पदार्थों से परहेज करने से भी मदद मिल सकती है।
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