नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है, बीते एक हफ्ते में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 4% से बढ़कर अब 6.56% तक पहुंच गया है. बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 1,128 नए मामले सामने आए हैं. Delhi reports 1128 fresh #COVID19 cases, 841 recoveries and zero deaths […]
नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है, बीते एक हफ्ते में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 4% से बढ़कर अब 6.56% तक पहुंच गया है. बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 1,128 नए मामले सामने आए हैं.
Delhi reports 1128 fresh #COVID19 cases, 841 recoveries and zero deaths in the last 24 hours.
Active cases 3526 pic.twitter.com/IDd8LgPeME
— ANI (@ANI) July 28, 2022
हालांकि गुरुवार को एक राहत की खबर ये रही कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में किसी भी व्यक्ति ने जान नहीं गंवाई. जबकि बुधवार को पिछले 24 घंटे में दो मरीजों की मौत हुई थी, ये लगातार दूसरा दिन है जब राजधानी दिल्ली में कोरोना के 1,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं.
अभी दुनिया कोरोना वायरस के साथ जीना सीख ही रही थी कि एक और नए वायरस ने दस्तक दे दी. WHO ने कोरोना वायरस की ही तरह अब मंकीपॉक्स को भी ग्लोबल स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित कर दिया है. कोरोना. की तरह ही मंकीपॉक्स के मामलों में भी दुनिया भर में बढौतरी देखने को मिल रही है. भारत में भी केरल से लेकर दिल्ली तक इस संक्रमण ने दस्तक दे दी है. अब सवाल ये है कि अगर इन दोनों वायरस में ज़्यादा घातक कौन है? दोनों ही वायरस एक दूसरे से किस तरह से अलग हैं. आइये जानते हैं इन सवालों के जवाब.
मंकीपॉक्स कितना घातक है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 6 मई को इसी साल दुनिया में इसका पहला मामला सामने आया था और आज तक इसके 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं. WHO की मानें तो दुनिया के 78 देशों में 18 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. इन देशों में से 70 प्रतिशत मामले यूरोप और 25 फीसदी अमेरिका में हैं. अब तक 5 लोगों की मंकीपॉक्स से मौत भी हो गई है. जबकि, 10 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. आइए बताते हैं कोरोना से ये कितना अलग है.
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