नई दिल्ली। आप आयुर्वेदिक पद्धिति से जीवन जीना चाहते हैं तो इससे जुड़े नियमो को जानना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार, दिन में सोने से शरीर में कफ बढ़ता है और वात घटता है. ऐसे में कफ से समबंधित बीमारियों की समस्या का ख़तरा बढ़ जाता है. वैसे जो लोग वात प्रकृति के होते हैं उन्हें […]
नई दिल्ली। आप आयुर्वेदिक पद्धिति से जीवन जीना चाहते हैं तो इससे जुड़े नियमो को जानना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार, दिन में सोने से शरीर में कफ बढ़ता है और वात घटता है. ऐसे में कफ से समबंधित बीमारियों की समस्या का ख़तरा बढ़ जाता है. वैसे जो लोग वात प्रकृति के होते हैं उन्हें दिन में सोने से लाभ हो सकता है. दिन में सोना आपको कुछ देर के लिए आराम दे सकता है लेकिन ज़्यादा समय तक दिन में सोने से ये कई बीमारियां भी दे सकता है. आज हम बताएंगे कौन दिन में सो सकता है और कौन नही-
• आप फ़िट्नेस फ़्रीक हैं और मेंटल-इमोशनल हेल्थ को लेकर भी जाग्रत हैं.
• आप मोटे हैं और पतला होना चाहते हैं
• जो बहुत अधिक मात्रा में आईली और मैदा खाते है
• जिन को प्रकर्ति कफ होती है, उन्हें भी दिन में नही सोना चाहिये
• यदि आपको शुगर, पिसीओएस, हाईपोथाइरॉड इन में से कोई भी समस्या है तब भी दिन में नही सोना चाहिए.
• आप किसी काम या सफ़र के दौरान शारीरिक और मानसिक रूप से थके हुए हैं
• बहुत कमज़ोर दुबले-पतले लोग
• कोई सर्जरी या ऑपरेशन होने के बाद या कोई बीमारी होने पर इससे रीकवरी में मदद मिलती है
• जिन महिलाओं ने हाल ही में बच्चा दिया है.
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धिति के अनुसार, जिनकी उम्र 10 वर्ष से कम होती है और जिनकी उम्र 70 वर्ष से ज़्यादा होती है, वे दिन के समय में सो सकते है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, इन खबर इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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