नई दिल्ली. कोरोना के इस भयावह संक्रमण के ख़िलाफ़ अगर किसी को सबसे कारगर हथियार माना तो वह है कोरोना वैक्सीन. ऐसे में भारतीय कोरोना रोधी वैक्सीन ( Corona Vaccination ) कोविशील्ड को इटली ने भी मान्यता दे दी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और उनके इतालवी समकक्ष रॉबर्टो स्पेरांजा के बीच विदेश मंत्रालय के […]
नई दिल्ली. कोरोना के इस भयावह संक्रमण के ख़िलाफ़ अगर किसी को सबसे कारगर हथियार माना तो वह है कोरोना वैक्सीन. ऐसे में भारतीय कोरोना रोधी वैक्सीन ( Corona Vaccination ) कोविशील्ड को इटली ने भी मान्यता दे दी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और उनके इतालवी समकक्ष रॉबर्टो स्पेरांजा के बीच विदेश मंत्रालय के लगातार प्रयासों के साथ एक बैठक के परिणामस्वरूप इटली ने भारत की कोविशील्ड को मान्यता दी.
इटली में स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि ऐसे भारतीय जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज़ ले ली है अब वे ग्रीन पास के लिए पात्र हैं. बता दें कि हाल ही में तमाम विवादों के बीच ब्रिटेन ने भी कोविशील्ड को मान्यता दी है.
बता दें कि इससे पहले ही तमाम विवादों के बाद ब्रिटेन ने बुधवार को कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को अपने अपडेट अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों में शामिल कर चुका है. हालांकि, भारतीय यात्रियों को अभी भी ब्रिटेन पहुंचने पर दस दिन क्वारंटाइन रहना होगा.
ब्रिटिश अधिकारियों का कहना है कि मुख्य मुद्दा कोविशील्ड वैक्सीन नहीं, बल्कि भारत में कोविन एप के जरिए वैक्सीन का प्रमाणन है. बहरहाल इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देश के बीच निरंतर बातचीत जारी है.