नई दिल्ली : अभी दुनिया कोरोना वायरस के साथ जीना सीख ही रही थी कि एक और नए वायरस ने दस्तक दे दी. WHO ने कोरोना वायरस की ही तरह अब मंकीपॉक्स को भी ग्लोबल स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित कर दिया है. कोरोना. की तरह ही मंकीपॉक्स के मामलों में भी दुनिया भर में बढौतरी देखने […]
नई दिल्ली : अभी दुनिया कोरोना वायरस के साथ जीना सीख ही रही थी कि एक और नए वायरस ने दस्तक दे दी. WHO ने कोरोना वायरस की ही तरह अब मंकीपॉक्स को भी ग्लोबल स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित कर दिया है. कोरोना. की तरह ही मंकीपॉक्स के मामलों में भी दुनिया भर में बढौतरी देखने को मिल रही है. भारत में भी केरल से लेकर दिल्ली तक इस संक्रमण ने दस्तक दे दी है. अब सवाल ये है कि अगर इन दोनों वायरस में ज़्यादा घातक कौन है? दोनों ही वायरस एक दूसरे से किस तरह से अलग हैं. आइये जानते हैं इन सवालों के जवाब.
मंकीपॉक्स कितना घातक है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 6 मई को इसी साल दुनिया में इसका पहला मामला सामने आया था और आज तक इसके 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं. WHO की मानें तो दुनिया के 78 देशों में 18 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. इन देशों में से 70 प्रतिशत मामले यूरोप और 25 फीसदी अमेरिका में हैं. अब तक 5 लोगों की मंकीपॉक्स से मौत भी हो गई है. जबकि, 10 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. आइए बताते हैं कोरोना से ये कितना अलग है.
दोनों के वायरस एक दूसरे से पूरी तरह अलग हैं. जहां कोरोना वायरस SARS-COV-2 के कारण होता है वहीं, मंकीपॉक्स का वायरस Poxviridae फैमिली का ऑर्थोपॉक्सवायरस है. Variola Virus भी इसी फैमिली का वायरस है, जो चेचक का भी कारक है. वहीं कोरोना की उपज करने वाला SARS-COV-2 एक नया वायरस है, जो साल 2019 के आखिरी में फैलना शुरू हुआ था. वहीं दूसरी ओर मंकीपॉक्स दशकों से हमारे बीच मौजूद है हालांकि अब वह उन देशों में फ़ैल रहा है जहां ये पहले कभी नहीं पाया गया.
मंकीपॉक्स और कोरोना, दोनों के लक्षण काफी हद तक एक जैसे ही हैं. हालांकि, कोरोना होने पर ये लक्षण गंभीर होते हैं जबकि मंकीपॉक्स में इसकी गंभीरता कम होती है.
मंकीपॉक्स के लक्षण
– बुखार आना.
– स्किन पर चकत्ते. चेहरे से शुरू होकर हाथ, पैर, हथेलियों और तलवों तक हो सकते हैं.
– शरीर में गांठ पड़ना.
– सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकावट.
– गले में खराश और खांसी आना.
कोरोना के लक्षण
– बुखार आना या ठंड लगना.
– गले में खराश या खांसी होना.
– सांस लेने में तकलीफ.
– सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों और शरीर में दर्द.
– स्वाद या गंध महसूस न होना.
मंकीपॉक्स और कोरोना वायरस ये दोनों बीमारियां ही संक्रामक हैं. जहां मंकीपॉक्स की तुलना में कोरोना अधिक संक्रामक है. एक्सपर्ट्स का मानें तो किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने भर से ही कोरोना फैलता है. अगर किसी कोरोना संक्रमित के पास आप खड़े हैं तो इसका खतरा है. लेकिन मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति से आप दूरी बनाकर रख रहे हैं और मास्क पहना है तो संक्रमण से बचा जा सकता है.