सावधान! पाम ऑयल से बढ़ रहा है कैंसर का खतरा? जानिए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

नई दिल्ली: आजकल के समय में पाम ऑयल का उपयोग खाद्य पदार्थों में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने के कारण विभिन्न उत्पादों में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन हाल ही में किए गए कई अध्ययनों में यह दावा किया गया है कि पाम ऑयल के […]

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सावधान! पाम ऑयल से बढ़ रहा है कैंसर का खतरा? जानिए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

Shweta Rajput

  • August 27, 2024 10:40 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: आजकल के समय में पाम ऑयल का उपयोग खाद्य पदार्थों में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने के कारण विभिन्न उत्पादों में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन हाल ही में किए गए कई अध्ययनों में यह दावा किया गया है कि पाम ऑयल के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं इससे जुड़े तथ्यों और खतरों के बारे में विस्तार से।

पाम ऑयल क्या है?

पाम ऑयल एक प्रकार का वनस्पति तेल है, जिसे तेल पाम के पेड़ के फलों से निकाला जाता है। यह तेल अपने उच्च सैचुरेटेड फैट कंटेंट के लिए जाना जाता है, जो इसे स्थिर और लंबे समय तक टिकाऊ बनाता है। इसीलिए यह तेल बिस्कुट, चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स, और यहां तक कि सौंदर्य प्रसाधनों में भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।

कैंसर और पाम ऑयल का संबंध

हाल के वर्षों में, कई वैज्ञानिक अध्ययनों में पाम ऑयल और कैंसर के बीच संभावित संबंध की ओर संकेत किया गया है। 2017 में एक अध्ययन में यह पाया गया कि पाम ऑयल में पाए जाने वाले कुछ तत्व जैसे पामिटिक एसिड कैंसर सेल्स की वृद्धि को प्रोत्साहित कर सकते हैं। यह अध्ययन नेचर नामक प्रसिद्ध वैज्ञानिक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था, जिसमें यह बताया गया कि पामिटिक एसिड का सेवन शरीर में मेटास्टेसिस की संभावना को बढ़ा सकता है, जो कैंसर का गंभीर रूप है।

पाम ऑयल और प्रोसेस्ड फूड्स

प्रोसेस्ड फूड्स में पाम ऑयल का उपयोग काफी आम है। इन खाद्य पदार्थों में पाम ऑयल की उपस्थिति उन्हें लंबे समय तक सुरक्षित और ताजगी बनाए रखने में मदद करती है। लेकिन इन खाद्य पदार्थों में मौजूद ट्रांस फैट और अन्य हानिकारक तत्व कैंसर, हृदय रोग, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। यह कहना गलत होगा कि पाम ऑयल का उपयोग पूरी तरह से असुरक्षित है, लेकिन इसके अत्यधिक और लंबे समय तक सेवन से बचना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि संतुलित आहार के हिस्से के रूप में पाम ऑयल का सीमित मात्रा में सेवन करना सुरक्षित हो सकता है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

वैकल्पिक तेल

पाम ऑयल के संभावित खतरों को देखते हुए, कई लोग इसके विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। जैतून का तेल, नारियल तेल, और सूरजमुखी का तेल कुछ ऐसे विकल्प हैं जो पाम ऑयल की तुलना में स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद हो सकते हैं। इन तेलों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।

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