नई दिल्ली: मोशन सिकनेस यात्रा को बहुत असुविधाजनक बना सकती है, लेकिन अक्सर जो लोग इससे पीड़ित होते हैं वे विभिन्न कारणों से यात्रा करने से पूरी तरह बच नहीं सकते हैं.
नई दिल्ली: मोशन सिकनेस यात्रा को बहुत असुविधाजनक बना सकती है, लेकिन अक्सर जो लोग इससे पीड़ित होते हैं वे विभिन्न कारणों से यात्रा करने से पूरी तरह बच नहीं सकते हैं. इसलिए वे अक्सर इसके कारण होने वाले चक्कर से राहत पाने के लिए सरल उपचारों की तलाश करते हैं. ऐसा ही एक उपाय है नींबू का रस सूंघना है, माना जाता है कि यह मोशन सिकनेस को कम करने में मदद करता है.
वहीं स्पर्श अस्पताल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. प्रणव होनावारा श्रीनिवासन कहते हैं कि मोशन सिकनेस को कम करने के लिए नींबू के रस की सुगंध का उपयोग करने का वैज्ञानिक आधार साइट्रस सुगंध के गुणों में निहित है, जिनके बारे में माना जाता है कि उनका केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर शांत प्रभाव पड़ता है. नींबू के रस में लिमोनेन और सिट्रल जैसे तत्व होते हैं जो मोशन सिकनेस को कम करने में मदद करता है.
उनका कहना है कि जब सांस ली जाती है तो ये तत्व घ्राण प्रणाली को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे मतली /चक्कर से राहत मिलती है. नींबू के रस की खुशबू मोशन सिकनेस के कारण होने वाली अप्रिय संवेदनाओं के प्रति-उत्तेजक के रूप में कार्य कर सकती है, जो संभवतः असुविधा से मस्तिष्क का ध्यान भटकाकर मतली की धारणा को कम कर सकती है.
हालांकि डॉ. श्रीनिवासन का कहना है कि मोशन सिकनेस को कम करने के लिए नींबू के रस की सुगंध के उपयोग का समर्थन करने वाले वास्तविक सबूत हैं, लेकिन इस विशिष्ट उपाय पर वैज्ञानिक शोध सीमित है.
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