नई दिल्ली। आज के समय में बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे जिन्हें इस तेजी से बदलते लाइफस्टाइल में सरदर्द की शिकायत न हो. बिजी शेड्यूल होने के कारण यह समस्या हो सकती है. इसलिए लोग इस सरदर्द को हल्के में लेते है और पेन किलर खाकर उसे सही करने के कोशिश करते है. लेकिन […]
नई दिल्ली। आज के समय में बहुत ही कम लोग ऐसे होंगे जिन्हें इस तेजी से बदलते लाइफस्टाइल में सरदर्द की शिकायत न हो. बिजी शेड्यूल होने के कारण यह समस्या हो सकती है. इसलिए लोग इस सरदर्द को हल्के में लेते है और पेन किलर खाकर उसे सही करने के कोशिश करते है. लेकिन यह आपके लिए मुसीबत बन सकता है क्योंकि कई बार हल्का सा सर दर्द भी ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकता है. इसलिए बॉडी में ऐसे बदलाव को नज़रअंदाज न करें और जल्द डॉक्टर की सलह लें. जानें ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
दिमाग़ में अनकंट्रोल्ड और एबनॉर्मल तरह से सेल्स की वृद्धि को ब्रेन ट्यूमर कहते है. यह दो तरह का होता है. पहला प्राइमरी और दूसरा सेकेंडरी. प्राइमरी ट्यूमर में मस्तिष्क की कोशिका असामान्य रूप से बढ़ती है. सेकेंडरी ट्यूमर में बॉडी के अन्य हिस्सों से भी असामान्य कोशिकाएं मस्तिष्क में फैलने लगती है. प्राइमरी के अनुसार सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर काफी तेजी से फैलता है. स्तन, फेफड़े, गुर्दे और स्किन के कैंसर भी आमतौर पर दिमाग में फैल जाते है और फिर जानलेवा हो सकते है.
सिर में तेज दर्द
चक्कर या उल्टी का आना
बॉडी में कमजोरी फील होना
चलने में संतुलन खोना
सुनने या बोलने में दिक्कत
दौरा पड़ना
सिर दर्द होना मामूली बात है, इसलिए हल्का सिर दर्द होने पर डॉक्टर पर जाने के बजाय थोड़ा रेस्ट करना चाहिए. परंतु फिर भी यह दर्द ठीक ना हो पेनकिलर लेने के बाद भी तो डॉक्टर से संपर्क करे. ऐसे लक्षण दिखने पर अगर जब तक दवा का असर है तब तक आपको आराम है और उसके दुबारा दर्द शुरू हो जाता है तो डॉक्टर के पास जरुर जाएं.
हेल्थ एक्स्पर्ट्स का मानना है कि यदि सही समय पर ब्रेन ट्यूमर का पता लग जाए तो ठीक किया जा सकता है. ऐसे में खानपान पर खास ध्यान देना ज़रूरी है. हेल्दी लाइफस्टाइल को फ़ॉलो करना आवश्यक है.
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