बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं, एक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों में फैलती है। यह वायरस कभी-कभी इंसानों में भी
नई दिल्ली: बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं, एक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों में फैलती है। यह वायरस कभी-कभी इंसानों में भी प्रकार कर सकता है और गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि बर्ड फ्लू इंसानों के लिए कितना खतरनाक है और कैसे इससे मौत हो सकती है।
अमेरिका में बर्ड फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे लोगों में कोविड-19 जैसी एक और महामारी का डर बढ़ रहा है। हाल ही में, देश में चार डेयरी कर्मचारियों ने H5N1 स्ट्रेन के लिए पॉजिटिव परीक्षण किया है, जबकि डेयरी गायों में इस वायरस का बड़े पैमाने पर फैलाव हो रहा है।
संक्रमित डेयरी मवेशियों के पहले मामले मार्च में टेक्सास में देखे गए थे। अब यह वायरस 12 राज्यों में फैल चुका है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के अनुसार, 151 डेयरी गायों के झुंडों में एवियन इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब तक, यूएसडीए ने यूएसए में 200 से अधिक स्तनधारियों में इस वायरस का पता लगाया है।
इंसान बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों के सीधा संपर्क में आते ही बीमार पड़ सकते हैं। यह संक्रमित पक्षियों के पंख, लार या मल से इंसान से फैल सकता है। इसके अलावा, संक्रमित मांस खाने या पक्षियों के पास रहने से भी यह बीमारी फैल सकती है।
– बुखार
– खांसी
– गले में खराश
– मांसपेशियों में दर्द
– सिर दर्द
– सांस लेने में तकलीफ
अगर समय पर इलाज न किया जाए तो बर्ड फ्लू बहुत खतरनाक हो सकता है। यह वायरस फेफड़ों में गंभीर संक्रमण कर सकता है, जिससे निमोनिया हो सकता है। इसके अलावा, यह दिल और किडनी जैसी महत्वपूर्ण अंगों को नुक्सान पंहुचा सकता है। अगर ज्यादा गंभीर मामला है तो, मरीज की मौत भी हो सकती है।
– संक्रमित पक्षियों से दूर रहें।
– पक्षियों के अंडे और मांस को अच्छे से पकाकर खाएं।
– इन्फेक्टेड जगह में हमेशा मास्क पहनें और हाथ-पैर धोते रहें।
– अगर आपको बर्ड फ्लू के लक्षण महसूस हों रहे है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बर्ड फ्लू से बचाव और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। जागरूक रहें और स्वस्थ रहें।
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