बाबा रामदेव ने लिवर की बीमारी से बचने के लिए एक ऐसा कारगर उपाय बताया है, जिसे अपनाकर आप लिवर की बीमारी के खतरे को कम कर देंगे। आइए जानते हैं इस फॉर्मूले के बारे में।
ट्यूमर या नियोप्लाज्म असामान्य कोशिकाओं का एक समूह होता है, जो शरीर में बनता है। ये असामान्य रूप से बढ़ने वाली गांठें हैं, जो कई बार कैंसर का रूप भी हो सकती हैं। इनमें अगर पुरानी कोशिकाएं मर जाती हैं, तो तुरंत नई कोशिकाएं बन जाती हैं। इसमें डीएनए भी क्षतिग्रस्त हो जाता है।
मारबर्ग रोग एक खतरनाक वायरस है जो फिलोविरिडे नामक वायरस के परिवार से संबंधित है. इस वायरस को इबोला वायरस जितना ही गंभीर और घातक माना जाता है. मारबर्ग वायरस से होने वाली बीमारी को मारबर्ग वायरस रोग कहा जाता है.
मर्दों की मर्दानगी को कमजोर करने के लिए मुख्य कारण उनका अनहेल्दी लाइफस्टाइल है, जिस कारण पुरुष थोड़ा काम करके ही थक जाते हैं। इसके अलावा कमजोरी का कारण मर्दों की खराब आदते भी हैं। आइए आपको इस बारे में बताते हैं।
शोध में यह भी पता चला है कि बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से शरीर में रक्त धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
योग गुरु बाबा रामदेव ने कुछ आसान तरीके बताए हैं, जिनसे आपका हीमोग्लोबिन स्तर सिर्फ़ एक हफ़्ते में 7 से 14 g/dL तक बढ़ सकता है। इसके लिए इन चीजों का सेवन करना होगा।
Winter: सर्दी का मौसम है तो ऐसे में बच्चों से लेकर बूढों तक की परेशानी उठानी पड़ रही है। हर घर में कोई न कोई बीमार है। सर्दी में खांसी एक बहुत कॉमन प्रॉब्लम है। यह बच्चों से लेकर बड़े तक को परेशान कर रहा। एक बार खांसी शुरू हो रही तो जा ही नहीं […]
गधी के दूध की कीमत 7000 रुपये प्रति लीटर से भी ज्यादा है। गधी का दूध कई बड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं तो आइए जानते हैं गधी के दूध के फायदे।
हम सभी सोचते हैं कि यह पानी साफ और शुद्ध है लेकिन ऐसा नहीं है. यह पानी आपके स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है. FSSAI ने सोमवार (2 दिसंबर) को पैकेज्ड ड्रिंकिंग और मिनरल वाटर को 'Category of high risk foods' में शामिल किया है.
खानपान और हवा के माध्यम से शरीर में एंडोक्राइन डिसरप्टिंग केमिकल पहुंच रहा है, जो दूसरे हार्मोन पर असर डालता है. बहुत अधिक पॉल्यूशन के कारण पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या भी कम हो रही है. अत्यधिक धूम्रपान और शराब पीने से भी स्पर्म की संख्या पर असर पड़ सकता है. मोटापा और गलत चीजें खाने से भी शुक्राणुओं की संख्या कम हो सकती है.