हरियाणा चुनाव से पहले बाहर आए केजरीवाल, AAP के नतीजो पर कितना पड़ेगा असरKejriwal comes out before Haryana elections, how much impact will it have on AAP's results?
नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल पिछले 177 दिनों से जेल में बंद थे.आज आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई है. हरियाणा चुनाव से पहले केजरीवाल का जेल से बाहर आप के लिए सियासी लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है1 अब जेल से बाहर आकर केजरीवाल हरियाणा चुनाव के प्रचार में शामिल होंगे.बता दें इससे पहले केजरीवाल को आम-चुनाव में प्रचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी.
अरविंद केजरीवाल को 177 दिन के बाद जेल से बाहर निकले है. ईडी ने शराब घोटाले मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. 10 दिन तक पूछताछ करने के बाद 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा दिया गया था.10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा में प्रचार के लिए केजरीवाल को रिहा किया गया. ये रिहाई केजरीवाल को 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को एक जून तक की रिहाई मंजूरी दी थी.2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर किया था. इसके बाद 26 जून को सीबीआई ने उन्हें जेल से ही हिरासत में ले लिया था।.दिल्ली सीएम की तरफ से गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए जमानत याचिका दायर की गई थी. जमानत याचिका पर पिछली सुनवाई 5 सितंबर को हुई थी तब कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव है.चुनाव प्रचार का असली दौर शुरू हो चुका है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल का जेल से बाहर आना टाइमिंग के हिसाब से परफेक्ट साबित हो सकता है..हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी अकेले 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.हरियाणा में आम आदमी पार्टी की संगठन दिल्ली और पंजाब के मुकाबले काफी कमजोर है. वहीं अरविंद केजरीवाल का पैतृक घर हरियाणा के हिसार के खेड़ा में है. वह आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरों में से एक है. चुनाव प्रचार में केजरीवाल भीड़ जुटाने वाले नेता माने जाते हैं. इसलिए अब उम्मीद की जा रही है कि वह हरियाणा में आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार को गति देंगे.