पूजा पाठ का हमारे जीवन में बहुत ही अहम रोल है. हमारे जो ऋषि मुनि रहे हैं, जो बुजुर्ग रहे हैं, उन्होंने ये एक ऐसी पद्धति इजाद की है कि जिससे सही मायने में इंसान के अंदर धैर्य उत्पन्न होता है, विश्वास उत्पन्न होता है.
ज्योतिष में रत्नों का काफी महत्व होता है लेकिन आजकल ये एक फैशन सिंबल भी बन चुका है. रत्नों का अपना एक खास महत्व है इसीलिए रत्न धारणा करना एक सोच समझकर करने वाला कार्य है.
रत्न ज्योतिष के अनुसार रत्न सिर्फ कुंडली के ग्रह दोषों को दूर करने के काम नहीं आते हैं, बल्कि इन्हें पहनने से कई तरह के रोगों से भी लड़न की शक्ति मिलती है. दरअसल, आयुर्वेद में रत्नों की भस्म द्वारा रोग निवारण के अनेक प्रयोग बताए गए हैं. इसका वैज्ञानिक कारण रत्न में उपस्थित विशेष रासायनिक तत्व हैं.
कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी कई बार पैसों की तंगी बनी रहती है. वैसे तो जन्मकुंडली के अंदर ऐसे कई योग बनते हैं जो आपको महाधनवान बना सकते हैं. कुंडली के अंदर जो भी ग्रह दसवें घर से जुड़ा हुआ होता है वह आपको धनवान बनाने के लिए जिम्मेदार होता है.
कहीं आप डिप्रेशन का शिकार तो नहीं है या हर समय आपको परेशानियां घेरे रखती हैं, अगर ऐसा है तो आज इस शो के माध्यम से जानें कि कैसे आप इन सब से खुद को बाहर निकाल सकते हैं.
कहा जाता है कि आपकी पूजा तब तक पूरी नहीं मानी जाती है जब तक आप दान ना करें. बहुत से लोग पूजा के बाद दान जरूर करते हैं, लेकिन उन्हें दान से जुड़ी हुई सारी बातें पता नहीं होती हैं. कई लोगों को ये नहीं पता होता है कि दान किस चीज का करें या किसे करें.
जन्मकुंडली में ऐसे योग होते हैं जो इंसान को गरीब और अमीर बनाते हैं. जैसे अगर कुंडली के दूसरे घर में आपस में दुश्मन ग्रह एक साथ बैठे हैं तो ये किसी ना किसी समय में इंसान को गरीब जरूर बनाते हैं, साथ ही अगर कुंडली के चौथे, पांचवें, नौवें घरों में ये योग बन गया तो भी इंसान के लिए गरीबी के हालात बना देंगे.
अगर आपका बच्चा भी शैतानी करता है, आपको परेशान करता है या जिद करता है तो इसका सीधा कनेक्शन बच्चे की जन्मकुंडली से होता है. कुंडली में कुछ ऐसे खास योग होते हैं जो बच्चे को जिद्दी और शैतान बनाते हैं.
आजकल लोग एंटरटेनमेंट की दुनिया में अपना भविष्य बनाने का सोचने लगे हैं. आजकल अधिकतर युवा डांस, गाने, एक्टिंग, मॉडलिंग में अपना कैरियर बनाने की चाहत रखते हैं.
जन्मकुंडली के अंदर दूसरा और चौथा घर बुढ़ापे के ग्रहों के घर होते हैं और इन घरों के अंदर अगर किसी भी तरह से बुरे ग्रह जो आपस में दुश्मन ग्रह हैं या पापी ग्रहों के साथ मिलकर के शुभ ग्रह बैठे हुए हों तो इंसान का बुढ़ापा बहुत खराब होता है.