गुरु मंत्रः क्या आपका बच्चा भी रहता है चिड़चिड़ा और नहीं लगता है पढ़ने में ध्यान, ये है वजह

इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम में बच्चों के करियर पर बात की जाएगी. गुरु मंत्र में गुरु विशिष्ठजी बताएंगे क्यों बच्चे का पढ़ने में मन नहीं लगता और वह क्यों चिड़चिड़ा सा रहता है. इस विषय के में ज्यादा जानने के लिए नीचे दिए वीडियो और खबर को पढ़ें.

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गुरु मंत्रः क्या आपका बच्चा भी रहता है चिड़चिड़ा और नहीं लगता है पढ़ने में ध्यान, ये है वजह

Aanchal Pandey

  • June 11, 2018 11:20 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम में बच्चों के करियर पर बात की जाएगी. बच्चों के भविष्य को लेकर माता-पिता बच्चे के जन्म से ही चितिंत रहते हैं. इसीलिए गुरु मंत्र में गुरु विशिष्ठजी इस महत्वपूर्ण विषय के बारे में बताएंगे. बच्चों की जन्म कुंडली के ग्रह तय करते हैं कि बच्चा आगे चलकर क्या फील्ड चुनता है और किन चीजों में उसे रुचि रहती हैं. यदि बच्चों की जन्मकुंडली पर शुरू से ध्यान न दिया जाए तो बाद में नौकरी मिलने व अच्छे कॉलेज व संस्थान में एडमिशन नहीं होता है.

अक्सर आपने बच्चों को देखा होगा कि बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लगता और वह काफी चिड़चिडडे रहते हैं. ऐसा होने का कारण है कि जन्मकुंडली में सूर्य पापी ग्रहों से प्रभावित हो तो बच्चे को चिड़चिड़ा कर देते हैं. वहीं यदि पापी ग्रह लगन में बैठ जाए तो बच्चा का पढ़ाई में मन नहीं लगता. दूसरा कारण ये है जब चंद्रमा को ग्रहण लगना. मतलब चंद्रमा का केतु या राहु से जुड़ना.

जब जन्मकुंडली में ऐसी स्थिति होती है तो बच्चा पढ़ने तो बैठता है लेकिन उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता. इसी प्रकार जिस बच्चे की कुंडली में चंद्र और शनि का मेल होता है तब बच्चे जरूरत से ज्यादा सपने देखते हैं. ऐसी स्थिति में बच्चे पढ़ने लिखने के समय अजीबोगरीब विचार बनाते रहते हैं और ऐसी स्थिति में वह पढ़ने में ध्यान नहीं लगा पाते और अंत में उनका करियर प्रभावित होता है.

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