गुरु मंत्र: इन अचूक उपायों को कर केतु के बुरे प्रभाव से पाएं छुटकारा

इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में आज केतु विषय पर बात की गई. केतु ग्रह लक्षण जान उनके उपाय करें ताकि आपकी जिंदगी में खुशियों की वर्षा हो सके. केतु जन्मकुंडली के 8,9,10 और 12वें घर में हो तो ये इंसान की अच्छे फल देता है.

Advertisement
गुरु मंत्र: इन अचूक उपायों को कर केतु के बुरे प्रभाव से पाएं छुटकारा

Aanchal Pandey

  • June 9, 2018 11:29 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के प्रोग्राम गुरु मंत्र में आज केतु ग्रह पर बात हुई. गुरु विशिष्ठजी ने बताया कैसे केतु हमारी जन्म कुंडली में अच्छे व बुरे प्रभाव देता है. केतु ग्रह को वैसे तो पापी व बुरे फल देने वाले ग्रह के नाम से जाना जाता है. लेकिन केतु अगर जन्मकुंडली में सही स्थान पर हो तो ये शुभ प्रभाव भी देता है. केतु और राहु के बीच गहरा संबंध हैं. कहा जाता है कि केतु अगर सोच बनाए रखने का काम करता है तो राहु इसी सोच को लागू करवाने में मदद करता है. अगर ये दोनों कुंडली में सही स्थान पर हो तो इंसान की जिंदगी में ढेरों खुशियां आती हैं.

केतु के बुरे प्रभाव : केतु के बुरे प्रभाव से घर में अक्सर कलैश रहता है. इसीलिए केतु ग्रह को ठीक करना अति आवश्यक होता है. अगर बेटे पिता, बेटी मां या घर में अन्य रिश्तों में कलैश होता है तो समझ जाइए कि केतु ग्रह का बुरा प्रभाव है. ऐसे में घर में कलेश, किसी बीमारी का ठीक न होना या औलाद का सुख न मिलना इसके बुरे प्रभाव का नतीजा होता है.

केतु दोष को दूर करने के अचूक उपाय: काला सफेद कंबल लेकर अपने सिर से सात बार उवार कर विरान जमीन कर दबाएं. ऐसा हर साल तक करें. वहीं दूसरा उपाय करने के लिए कान छेदन करवा कर सोना धारण करें. ऐसा करने से केतु की अवस्था में सुधार आएगा. वहीं केतु के प्रभाव से कई बीमारी भी पीछे लग जाती है जैसे कमर, सिर, फोड़े फुंसी या गुप्त अंगों में पेरशानी होती है तो आप गुंड़ व चने की दाल लेकर जल प्रवाह करें. अगर औलाद संबधित परेशानी है तो घर में कुत्ता पालें. ऐसा करने से आपको औलाद का सुख प्राप्त होगा.

गुरु मंत्र: केतु ग्रह कुंडली के इस घर में देता है शुभ प्रभाव, जिंदगी में होंगे लाभ ही लाभ

गुरु मंत्र: राहु की महादशा को शांत करने वाला अचुक उपाय

Tags

Advertisement