इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम में गुरु मंत्र में गुरु विशिष्ठ के मुताबिक हर व्यक्ति को अपने संस्कार मानने चाहिए. शादी के बाद सास और बहू के रिश्ते में होने वाली कोई परेशानियों के बारे में जान अपनाएं अचूक उपाय.
नई दिल्ली. हर परिवार में कई रिश्तें होते हैं. हर रिश्तों को एकता के सूत्र में बांधे रखना मुखिया के लिए सबसे बड़ी चुनौति होती है. वहीं आज कल सयुंक्त परिवार में तो और ज्यादा लड़ाई झगड़े देखने को मिलते हैं. रिश्तों को मधुर बनाने के लिए एस्ट्रो उपाय व कुछ ज्योतिषी टिप्स को फॉलो करना चाहिए. गुरु विशिष्ठ जी के अनुसार फैमिली में सुखमय माहौल बनने के लिए हर इंसान को अपने संस्कार को जरूर मानना चाहिए.
सास यानी चंद्रमा. बहू यानि पति का शुक्र. चंद्रमा और शुक्र जब भी मिलते हैं तो नीच ग्रह बनते हैं. जिसका सीधा अर्थ है कि मनमुटाव और नोकझोंक होना आम बात हो जाती है. ज्योतिषी के अनुसार पांव में पाजेव जरूर होना चाहिए ऐसा करने से बुध और चंद्रमा के साथ ऊर्जा बनी रहती है. चंद्रमा और शुक्र के बीच बने रहने के लिए पांव में पाजेब शुभ मानी जाती है. इसीलिए हिंदू धर्म में उंगली में बिछुए और पाजेब पहनना शुभ रहना होता है.
वहीं इन शुभ चीजों को न पहनने की वजह से पेट व दर्द की समस्याएं आती है. इसी तरह मांग में लाल सिंदूर भरना भी जरूरी होता है. वहीं परिवार में सुख शांति रखने के लिए पुरुषों को पूजा में ढक कर बैठना चाहिए. इसी प्रकार घर की सुख शांति और रिश्तों में मधुरता लाने वाले उपायों को जानने के लिए पूरा शो देखें.