सूर्य ग्रह- मनोबल में कमी, हिम्मत की कमी, रोगी शरीर, आत्मविश्वास की कमी... आदि सूर्य की खराबी की निशानी है.
नई दिल्ली. सूर्य हमारी कुंडली के अंदर सबसे अहम है. जन्मकुंडली का पहला घर जिसे लग्न कहा जाता है, उसका संबंध ही सूर्य से होता है. सूर्य का संबंध सीधे तौर पर हमारे शरीर और स्वास्थ्य से होता है, इसलिए सूर्य को कुंडली में पहला स्थान मिला है. सूर्य के कारण ही हमारी तरक्की होती है, सूर्य के कारण ही शरीर निरोगी रहता है. सूर्य के कमजोर होने के कारण आदमी के चेहरे का तेज, बातों का प्रभाव गायब हो जाता है. इसलिए सूर्य पर हमारा पूरा शरीर निर्भर करता है. सूर्य के कुंडली में अच्छा होने पर आदमी खूब तरक्की करता है. सूर्य के अच्छे होने के कारण इंसान किसी भी क्षेत्र में खूब तरक्की करता है.
सूर्य को कुंडली में मजबूत करने के उपाय
मनोबल में कमी, हिम्मत की कमी, रोगी शरीर, आत्मविश्वास की कमी… आदि सूर्य की खराबी की निशानी है. ऐसे लोगों को तांबे के अंदर माणिक्य जड़कर अपनी रिंग फिंगर में पहनना चाहिए. इससे सूर्य और मंगल का मेल होता है, जिससे शरीर और मनोबल बढ़ता है.
सूर्य ग्रह से जुड़े अगर आपके कोई भी सवाल हैं तो आपके सभी सवालों का जवाब देंगे एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में.
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