अक्सर आपने शादी व पूजा में केसर के इस्तेमाल का होता देखा होगा. पूजा हो या कोई भी शुभ काम, सभी में केसर का प्रयोग जरूर किया जाता है. केसर का संबंध हमारी सेहत से भी होता है. केसर के तिलक करने से हमें ऑक्सीजन संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलता है.
नई दिल्ली. अक्सर आपने केसर का तिलक लगाने के उपाय के बारे में सुना होगा. आपने यह भी सुना होगा कि केसर का तिलक माथे, गर्दन व पेट पर लगाया जाता है. क्या आप जानते हैं केसर का तिलक क्यों लगाया जाता है. केसर तिलक लगाने के लिए हर ज्योतिषी व धार्मिक किताब में उल्लेख मिलता है. केसर का प्रयोग करने से वैज्ञानिक तथ्य भी मौजूद हैं. केसर को पूजा के लिए सबसे शुद्ध व शुभ माना जाता है. शादी हो या घर में कोई पूजा सभी में केसर का इस्तेमाल किया जाता है.
पूजा में देसी घी, दही का प्रयोग किया जाता है. इनका संबंध बृहस्पति और बुध ग्रह से संबधित होता है. इसी प्रकार ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए केसर के तिलक का प्रयोग किया जाता है. केसर तिलक जब माथे पर लगाते हैं तो बृहस्पति से संबंधित ज्ञान बढ़ता है. केसर जब हमारे श्वास के द्वारा शरीर में जाता है तो ये खून के प्रवाह को बना कर रखता है.
इसके अलावा घर में आसान टोटके के प्रयोग में तांबा का प्रयोग किया जाता है. ज्योतिष में तांबा का संबंध सूर्य और मंगल से जुड़ कर देखा जाता है. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य और मंगल सही नहीं है और जिनके कुंडली में मंगल और सूर्य दोष होता है उन्हें तांबे के लौटे में पानी संग्रहण कर सेवन करना चाहिए. इससे सेहत में सुधार आता है दूसरा मंगल और सूर्य की स्थिति को सही करता है.
वीडियो में देखें पूरा शो
गुरु मंत्र: तांबे के बर्तन ऐसे करते हैं सभी कष्ट दूर
गुरु मंत्र: इस वजह से बच्चा बोलता है झूठ, पहचानिए कहीं आपका बच्चा तो झूठ नहीं बोलता