इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु मंत्र में रत्नों के विषय पर बात की गई. रत्नों को राशि और कुंडली के अनुरूप धारण किया जाता है. जानें बृहस्पति, बुध और सूर्य जब कमजोर हो तो कौन सा रत्न धारण करना चाहिए.
नई दिल्ली. हर इंसान को जन्मकुंडली में मौजूद दोषों के अनुरूप ही रत्न व नग धारण करना चाहिए. रत्नों को उसी ग्रह दोष के लिए पहना जाता है जो कुंडली में होते हैं. सही रत्न धारण किया जाए तो व्यक्ति को इन रत्नों का खूब फायदा देता है वहीं अगर अधूरी जानकारी व गलत रत्न पहना जाए तो इंसान को बर्बाद कर देता है. इसीलिए जानें बृहस्पति, बुध और सूर्य जब कमजोर हो तो कौन सा रत्न धारण करना चाहिए.
जब आप अपने करियर से संबधित और पढ़ाई लिखाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसके अलावा पत्नी पति की रिश्ते में खटास हो रही हो तो समझ लीजिए ऐसी स्थिति में कुंडली में बृहस्पति खराब होता है. ऐसे में पुखराज और सुनेला रत्न पहने. ये आपको लाभ पहुंचाएगा.
इसी प्रकार यदि सूर्य कमजोर है तो व्यक्ति को मानक्य रत्न पहनना चाहिए. सूर्य उन लोगों का खराब होता है जिन लोगों के आत्मविश्वास में कमी हो, पिता व बेटे की नहीं बनती, नशे की लत और गुस्से व चिड़चिड़ने होना जैसे लक्षण सूर्य की कमजोर होने का कारण होता है.
यदि कुंडली में बुध कमजोर है तो इसके लक्षण पहचाना सबसे आसान है. दांतों से जुड़ी परेशानियां रहना, कामकाज अधूरे रह जाते हैं तो ऐसी स्थिति में पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. पूरा शो वीडियो में देखें और अन्य रत्नों के बारे में जानें.
गुरु मंत्र: जन्म कुंडली में इन दोषों की वजह से पहना जाता है रत्न
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