Guru Mantra: कुंडली में शनि ग्रह का महत्व और कुप्रभाव से बचने के उपाय जानिए

Guru Mantra: शनि हमारी कुंडली में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह होता है. अगर शनि खराब होकर किसी के जन्म कुंडली में बैठ जाए तो व्यक्ति चिड़चिड़ा व नकारात्मक रहने लगता है. शो में शनि ग्रह के महत्व और कुप्रभाव से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं.

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Guru Mantra: कुंडली में शनि ग्रह का महत्व और कुप्रभाव से बचने के उपाय जानिए

Aanchal Pandey

  • November 14, 2019 4:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. आज गुरु मंत्र शो में शनि देव की बात की जा रही है. कुंडली में शनि शनिवार को भगवान शनिदेव की पूजा की जाती है. शनि देव को न्याय का देवता भी माना जाता है, लेकिन इसके बावजूद किन शनि के नाम से ही लोग डर जाते है. यही वजह है कि शनि उनके प्रकोप से बचने के लिए उनका पूजा-पाठ करते रहते हैं. शो में आज शनि ग्रह की ही बात की जाएगी. इसके साथ ही गुरु मंत्र शो में शनि के कुदृष्टि पर बात की जाएगी.

शनि हमारी कुंडली में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह होता है. अगर शनि खराब होकर किसी के जन्म कुंडली में बैठ जाए तो व्यक्ति चिड़चिड़ा व नकारात्मक रहने लगता है. जब ये प्रभाव ज्यादा हो जाते हैं तो व्यक्ति मानसिक बीमार रहने लग जाते हैं. इसीलिए शनि के शाप से बचना चाहिए. शनि के शाप का सबसे बड़ा लक्षण ये होता है कि शनि जिस व्यक्ति की कुंडली में खराब हो जाए तो ये व्यक्ति को बेमतलब का अंतर्मुखी बना देते है.

यानि व्यक्ति चिड़चिड़ा और मूडी बन जाता है. शनि ग्रह के शत्रु ग्रह सूर्य, मंगल और चंद्रमा होते हैं. अगर इस स्थिति में अगर हम इन तीनो ग्रहों को मजबूत कर ले तो शनि का प्रभाव कम हो जाता है. इसके अलावा शनि की कुदृष्टि से बचने के अचूक के बारे में बता रहे हैं एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ट जी…

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