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गुरु मंत्र: कुंडली में बुध की महादशा का महत्व, दोष और ज्योतिषीय उपाय जानिए

Guru Mantra: बुध को लाल किताब के अंदर भी शक्तिमान माना जाता है. जिस इंसान की बुद्धि काम करती है उसका सब कुछ ठीक रहता है. अगर किसी की बुद्धि ही नहीं काम की और उसके अंदर दिक्कतें आ गई तो फिर वो हर जगह फंस जाता है. बुध ग्रह को बुद्धि का सूचक माना जाता है. 

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Know the importance, defects and astrological remedies of the Mahadasha of Mercury in the horoscope
  • October 9, 2019 5:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. कुंडली का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है और कुंडली में ग्रहों की चाल बहुत मायने रखती है. बुध ग्रह से कुंडली से खास कनेक्शन होता है, जो कि हमारी जिंदगी में काफी असर भी ड़ालता है. बुध को कुंडली में राजकुमार की उपाधि मिली हुई हैं. बुध सूर्य के सबसे निकट होता है. इसका हमारे जीवन पर सकारात्मक असर पड़ता है. बुध से जुड़े सभी अचूक उपाय बता रहे हैं एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ जी.

जिस इंसान की जन्मकुंडली में बुध खराबी पर आई इसकी पहचान ये होती है कि उस व्यक्ति में धैर्य की कमी हो जाती है. सेहत ठीक नहीं रहती और नसों संबंधी परेशानियां होती हैं. जिंदगी में तनाव का शिकार हो जाते हैं. बुध को लाल किताब के अंदर भी शक्तिमान माना जाता है. जिस इंसान की बुद्धि काम करती है उसका सब कुछ ठीक रहता है. अगर किसी की बुद्धि ही नहीं काम की और उसके अंदर दिक्कतें आ गई तो फिर वो हर जगह फंस जाता है. बुध ग्रह को बुद्धि का सूचक माना जाता है. 

जब मंगल और बुध का मेल हो जाए तो इंसान को काम न मिलने की वजह से डिप्रेशन का शिकार हो जाता है. बुध जब अकेला हो कुंडली में तो व्यक्ति दिमाग से चतुर होता है. इस प्रकार के लोग खूब तरक्की हासिल करते हैं. बुध जिन कुंडलियों में अच्छे होते हैं वह काफी समझदार होते हैं और लोगों की परख अच्छी तरह से जानते हैं.

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