गुरु मंत्र: मनुष्य के बुरे कर्मों का कुंडली से संबंध के बारे में जानिए

गुरु मंत्र: इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु मंत्र में आज एंस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ जी बुरे कर्मों के बारे में बता रहे हैं. शो में इस विषय पर भी बात की जा रही है कि क्या उसका फल उनको इसी जन्म में भुगतना पड़ता है और उसका ग्रहों से क्या संबंध होता है.

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गुरु मंत्र: मनुष्य के बुरे कर्मों का कुंडली से संबंध के बारे में जानिए

Aanchal Pandey

  • June 14, 2019 12:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. इंसान कई बार अपने छोटे से फायदें के लिए कई बड़ी गलतियां कर बैठता है. इतना ही नहीं वो इस गलती को कई बार दोहराने से भी नहां झिझकता है. उसे लगता है ऐसा करने से उसका भविष्य सुधरेगा और उसके सारे काम बन जाएंगे. लेकिन वो यह भूल जाता है कि इसका उसके भविष्य पर अच्छा नहीं बल्कि बुरा और बहुत बुरा असर पड़ सकता है. आज इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम में हम बात करेंगे कि जो लोग गलत काम करते हैं. क्या उसका फल उनको इसी जन्म में भुगतना पड़ता है और उसका ग्रहों से क्या संबंध होता है.

जन्मकुंडली के अंदर पापी ग्रह के कारण यह सब होता है. जब बच्चे के कुंडली में पापी ग्रह चाहे अच्छी अवस्था में हो लेकिन वह छोटी उम्र में आ जाता है जिसके कारण वह बूरी संगत में पड़ जाता है. क्योंकि बच्चे को अच्छे बुरे का पता नहीं होता है. मंगल अगर 5वां घर का हो इंसान की बुद्धि बहुत अच्छी होती है. अगर राहु 7वें घर का हो तो वह इंसान बुद्धि का धनी होता है. पापी ग्रह हो तो उसका इलाज कर बच्चों को सात्विक काम में लगना चाहिए. बच्चे सच झुठ बोलने लगते है वह बहुत प्लानिंग करते है जिससे साफ पता चलता है.

बच्चा समझदार होता है. बस बच्चे को सही राह दिखाने की जरुरत है इसके लिए पापी ग्रह को ठीक करने के लिए उपाय करने चाहिए. पापी ग्रह में दो ग्रह प्रधान होता है राहु और केतु ग्रह. अगर आप भी अपने बच्चे से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो आपके सभी सवालों का जवाब देंगे एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में.

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