इंडिया न्यूज के खास शो गुरु मंत्र में आज सेहत के बारे में बात की गई. जन्मकुंडली में मौजूद खराब ग्रह कैसे आपको आजीवन बीमारी दे जाते हैं इस बारें में भी चर्चा की गई. कुंडली में मौजूद खराब मंगल अगर केतु के साथ मिल जाए तो रीढ़ की हड्डी और टांग के अंदर लंगड़ापन जैसी दिक्कत दे सकती है.
नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के खास शो गुरु मंत्र में सेहत के बारे में बात की जाएगी. आज बच्चों को सेहतमंद कैसे बनाए और लगातार इलाज के बाद भी बीमारी क्यों नही भागती इस बारें में भी बात की जाएगी. कुंडली में पहले से बने बीमारी वाले योग् इंसान को होंगे ही.
उसका कारण जन्म कुंडली के अंदर मंगल का खराब होना और दूसरा राहु का किसी भी दूसरे ग्रह को खराब करना. कुंडली के अंदर मंगल किसी भी रुप में खराब हो जाए जैसे बुध के साथ मिलकर मंगल के खराब होने पर दांतो, मसूंडो, पेट से संबंधी, एसिडीटी जैसी बीमारी के साथ मानसिक बीमारी के भी होने की आशंका है.
मंगल अगर शुक्र के साथ मिलकर खराब हो तो इंसान को गुप्तांग से संबंधित, कमर और पांव से संबंधित बीमारी हो सकती है. मंगल अगर के केतु के साथ मिल जाए तो रीढ़ की हड्डी और टांग के अंदर लंगड़ापन की दिक्कत हो सकती है. कुंडली मे राहु अगर अशुभ हो तो आपके शरीर से बदबू आना, कोढ़, खुजली और पैर में कोई बीमारी हो सकती है.
कुंडली में गुरु के खराब होने से सुखों में कमी आती है. पति को शारीरिक कष्ट, पेट से संबंधित बीमारी, शुगर, गूंगापन या सम्मान में कमी जैसा बीमारी हो सकती है.वहीं अगर बुध खराब हो तो किशोरावस्था में शारीरिक परेशानी होगी. साथ ही नाक,गला, अंतड़ियों और गुर्दों में परेशानी होगी.
मंगल बुध के खराब होने पर बकरी को काले या सफेद चने हर बुधवार को खिलाएं. इस उपाय से जल्द आपको निजात मिलेगी. मंगल का संबंध शुक्र के साथ हुआ हैं तो ऐसी अवस्था में एक मुठ्ठी जौ और एक मुठ्ठी काली सरसों लेकर उनको दूध के साथ धोकर जल प्रवाह कर दें या खाली पड़े पार्क में पक्षियों को खिलां दे.
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