गुरु मंत्र: जानिए क्यों बहुत ज्यादा पूजा-पाठ भी करना होता है अशुभ और इसके लक्षण

अक्सर आप लोगों को कहते सुना होगा ज्यादा पूजा-पाठ भी नहीं करना चाहिए. लेकिन इसका उत्तर शायद ही आपको कहीं मिला हो. इस सवाल के जवाब को जानने के लिए पढ़ें ये खबर. गुरु मंत्र में आपको सही पूजा पाठ के तरीके और विधि के बारे में बताया जाएगा.

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गुरु मंत्र: जानिए क्यों बहुत ज्यादा पूजा-पाठ भी करना होता है अशुभ और इसके लक्षण

Aanchal Pandey

  • June 6, 2018 12:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली: इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में आज पूजा-पाठ आदि से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की गई. पूजा पाठ का महत्व हमारी जिंदगी पर पड़ता है. पूजापाठ सिर्फ ज्योतिषी रूप में ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी प्रभावित करती है. मनोविज्ञानिक रूप से पूजा हमारी मन व तनाव को शांत रखती है. पूजा करने से हमें सही शिक्षा प्राप्त होती है और नैतिक बिंदुओं को समझने में सहायता मिलती है.

अक्सर आपने सुना होगा ज्यादा पूजा पाठ नहीं करनी चाहिए, कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों कहा जाता है. आज गुरुमंत्र शो में गुरु मंत्र में इस सवाल का जवाब दिया गया. उन्होंने बताया कि इंसान को पूजा पाठ भी नैतिक कर्तव्यों का पालन व चतुरता के साथ ही सफल होती है. जिंदगी में पूजा-पाठ व ईमानदारी व सही कर्मों की वजह से ही सफल होती है. जन्मकुडंली में सूर्य-राहू, चद्र-राहू, सूर्य-शनि का इकट्ठा होने से बृहस्पति ग्रह प्रभावित होता है.

इन कारणों की वजह से पूजा पाठ के साथ अपने कर्मों पर ध्यान देना होता है. वहीं जो भी पूजा पाठ करें उसे पूरे विधि विधान पूर्वक करें. रोजाना सुबह व शाम पूजा करने के लिए नियम व विधि विधान को फॉलो करें. बिना तौर तरीकों व सही मायने में की गई पूजा हमेशा इंसान को विपरीत असर देती है. इसीलिए सही पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है साथ ही ईश्वर मनचाहा वरदान भी देते हैं.

पूरा शो 

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