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गुरु मंत्र : कुंडली के 7, 12, 1, 4, और 8वें घर में मंगल ग्रह का कुप्रभाव, इसी वजह से होता है मांगलिक दोष

इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु मंत्र में मांगिलक दोषों के बारे में बताया गया. मंगल ग्रह जब गलत घर में बैठा होता है तब व्यक्ति को मांगलिक दोष होता है. मंगल ग्रह 7, 12, 1, 4, और 8वें घर हो तो इंसान मांगिलक होता है.

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manglik graha or Mangal Dosha
  • July 17, 2018 2:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. इंडिया न्यूज के खास कार्यक्रम गुरु मंत्र में मंगल दोष व मांगलिक दोष के विषय में बात की गई. मांगलिक दोष का अर्थ होता है जब आपकी जन्मकुंडली में मंगल ग्रह 7, 12, 1, 4, और 8वें घर विराजमान हो. इन घरों में मंगल नकारात्मक प्रभाव देता है और व्यक्ति की कुंडली में इस दोष को मांगलिक दोष कहा जाता है. इसी तरह मंगल ग्रह इन सभी ग्रहों में अलग अलग प्रभाव देता है.

इन पांचों घर का मंगल है तो असर अलग अलग होता है. अगर 12वें घर में मंगल बैठा है तो जीवनसाथी के साथ पीड़ा मिलती है. पार्टनर के बीच लड़ाई करवाता है. इस घर का मंगल बच्चे को बीमार करने का काम करता है. वहीं पहले घर का मंगल व्यक्ति को स्वभाव में चिड़चिड़ा और गुस्से वाला बनाता है. पहले घर का मंगल जीवनसाथी की मौत का कारण बनता है. मंगल ग्रह का सबसे खराब प्रभाव लगन यानि पहले घर में मिलता है.

चौथे घर का मंगल जीवनसाथी के सुख और कामकाज को प्रभावित करता है. चौथे घर का कोई बच्चा मांगलिक होता है तो वह दादी व चाचा पर भारी होता है. ऐसे स्थिति में परिवार को मिट्टी के लौटे पर शहद भर कर जमीन में दबाएं. दूसरा उपाय रेवड़ी का जल प्रवाह करें और तीसरा उपाय ये करें की तीन धातु का छल्ला, सोना, तांबा और चांदी को धारण करें.

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