नई दिल्ली : जन्मकुंडली के अंदर अगर किसी भी तरह से लगन के साथ, सूर्य के साथ, मंगल के साथ या बृहस्पति के साथ राहु का संबंध बन जाए तो ये बच्चे के अंदर उतावलपन और गुस्सा पैदा कर देता है. इतना ही नहीं गुस्सा बढ़ाने का भी काम करता है.
सबसे खराब योग तो तब बनता है कि अगर मंगल बुध का मेल हो और साथ में राहु मिल जाए, ये बच्चे के अंदर गुस्से की मात्रा को बहुत ही ज्यादा बढ़ा देता है. राहु ही हमेशा हमारे विचारों का कारक रहा है. जो गुस्से वाले विचार होते हैं उनका मुख्य कारण मंगल और राहु होते हैं.
आज का जो जमाना है ये तो है ही राहु प्रधान जमाना, क्योंकि जहां देखो किसी ना किसी रूप में कोई ना कोई प्रदूषण हो रहा है. अलग-अलग तरह की गैसे वातावरण को प्रभावित कर रही हैं, अलग-अलग तरह की नई-नई गर्मियां आ रही हैं. इन सबको राहु ही बोला जाता है.
बच्चों को क्यों आता है गुस्सा बता रहे हैं एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में.