नई दिल्ली : जिंदगी कोई एक हिस्सा नहीं है, बल्कि हम जिंदगी के लाखों हिस्सों को जीते हैं. हमें जिंदगी के कई हिस्सों में उतरना पड़ता है और हर जगह के अलग-अलग फर्जों को पूरा करना पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि जिंदगी का कोई हिस्सा अच्छा नहीं चल रहा है तो इंसान को निराशा घेरने लगती है. वह डिप्रेशन में चला जाता है.
डिप्रेशन के लिए बुध और राहु जिम्मेदार होते हैं. आपकी कुंडली में विराजमान बुध और राहु आपको अवसाद की ओर धकेल देते हैं. अगर इनके साथ शनि भी मिल जाए, यानि की वह भी खराब स्थिति में हो फिर आपको घोर अवसाद घेर लेता है.
प्यार में अगर किसी का दिल टूट जाता है, तो भी इंसान दुखी और उदास रहने लगता है और वह धीरे-धीरे डिप्रेशन में चला जाता है, लेकिन यहां सोचने वाली बात यह है कि प्यार में दिल टूटने का मतलब जिंदगी का खत्म होना नहीं है.
टूटे हुए दिल को कैसे जोड़ें, कैसे अवसाद से बाहर निकले. इन सब के लिए जरूरी उपाय बताएंगे एस्ट्रो साइंटिस्ट जीडी वशिष्ठ इंडिया न्यूज के खास प्रोग्राम गुरु मंत्र में.