शीतकालीन सत्र में सबसे ज्यादा नजर वक्फ बिल पर टिकी रहेगी। इस बिल को लेकर जेपीसी की बैठक में पहले ही हंगामा देखा जा चुका है। सदन में विपक्ष का रुख तीखा हो सकता है तो जोरदार हंगामा होने के आसार हैं।
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला शीतकालीन सत्र सोमवार, 25 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। शीतकालीन सत्र में 16 विधेयक पेश करने की तैयारी है, जिसमें 5 नए विधेयक भी शामिल हैं। यह सत्र 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। सदन में वन नेशन-वन इलेक्शन , वक्फ विधेयक समेत कई अन्य बिल पेश पेश किए जा सकते हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव भी पास हो सकता है।
शीतकालीन सत्र में सबसे ज्यादा नजर वक्फ बिल पर टिकी रहेगी। इस बिल को लेकर जेपीसी की बैठक में पहले ही हंगामा देखा जा चुका है। सदन में विपक्ष का रुख तीखा हो सकता है तो जोरदार हंगामा होने के आसार हैं। इसके अतिरिक्त कोस्टल शिपिंग बिल, जो कि तटीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लाने की तैयारी हो रही है, उसे भी पेश किया जा सकता है। बंदरगाहों के संरक्षण के लिए भारतीय बंदरगाह विधेयक, 2024 भी पेश किया जा सकता है।
बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला मॉनसून सत्र 22 जुलाई से 9 अगस्त तक चला था। इस सत्र में 15 बैठकें हुई थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को सदन में बजट 2024-2025 पेश किया था। बजट पर 27 घंटे से ज्यादा चर्चा हुई थी। अग्निवीर और जाति जनगणना को लेकर विवाद देखने को मिला। सदन में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और नेता विपक्ष राहुल गांधी के बीच जातीय जनगणना को लेकर तीखी बहस देखने को मिली थी।
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